छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी ने किया गिरफ्तार, कांग्रेस में उबाल

  • Post By Admin on Jul 18 2025
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी ने किया गिरफ्तार, कांग्रेस में उबाल

रायपुर :

छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बड़ी कार्यवाई करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी उनके जन्मदिन के दिन हुई, जिससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।

ईडी ने सुबह भिलाई स्थित चैतन्य बघेल के आवास पर छापेमारी की, जहां कई घंटे तक चली तलाशी के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और पुलिस व ईडी अधिकारियों से तीखी झड़प हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी की गाड़ियों को रोकने की कोशिश की, जिससे तनावपूर्ण माहौल बन गया।

इसी दौरान छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही चल रही थी, जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद थे। जैसे ही चैतन्य की गिरफ्तारी की सूचना मिली, कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया। सत्ता पक्ष पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी की और ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया।

कांग्रेस ने इस कार्यवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ईडी भेज दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। विपक्ष के हर मजबूत नेता पर हमला किया जा रहा है।”

पार्टी ने आगे कहा, “भूपेश बघेल विधानसभा में पेड़ों की अवैध कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे, उससे पहले ईडी की टीम भेज दी गई। लेकिन कांग्रेस इन दमनकारी कोशिशों से डरने वाली नहीं है। हम और मजबूती से भाजपा के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करेंगे।”

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला राज्य की राजनीति में बड़ा मुद्दा रहा है, जिसमें करोड़ों रुपए के लेन-देन और अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप लगे हैं। ईडी ने इस मामले में कई चरणों में छापेमारी की है, लेकिन चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस इसे “राजनीतिक विद्वेष” की कार्यवाही मान रही है।

इस गिरफ्तारी ने एक बार फिर सत्ता और विपक्ष के बीच तल्खी को तेज कर दिया है। आने वाले दिनों में यह मामला संसद से सड़क तक गर्मा सकता है।