मुस्लिमों की ब्रज में एंट्री बैन, प्रेमानंद महाराज ने मुस्लिम शख्स को दिया दिलचस्प जवाब
- Post By Admin on Mar 06 2025
 
                    
                    मथुरा : ब्रज की होली के समय एक नया विवाद छिड़ गया है, जब कुछ हिंदू साधू-संतों ने मुस्लिमों के दुकान लगाने को लेकर विरोध जताया। इस विवाद के बीच, वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक मुस्लिम शख्स के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में प्रेमानंद महाराज ने एक दिलचस्प और विचारणीय जवाब दिया, जो सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
मुस्लिमों के लिए ब्रज की होली में एंट्री बैन का विवाद
मथुरा में होली का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, लेकिन इसी दौरान मुस्लिमों के दुकान लगाने पर विवाद छिड़ गया है। कुछ हिंदूवादी संगठन और स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि मुस्लिमों को ब्रज की होली में दुकान लगाने की अनुमति न दी जाए। श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुकदमे के लड़ने वाले दिनेश फलाहारी ने तो इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखने की धमकी दी। इस फरमान के बाद मुस्लिम समुदाय में नाराजगी और विरोध देखा जा रहा है।
प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे मुस्लिम शख्स
वृंदावन के राधा केलिकुंज के महंत प्रेमानंद महाराज से एक मुस्लिम शख्स मिलने पहुंचा और जब उसने संत को बताया कि वह मुस्लिम है, तो महाराज ने जवाब में कुछ ऐसा कहा कि सब चौंक गए। प्रेमानंद महाराज को देशभर में उनके धार्मिक और आध्यात्मिक संदेश के लिए जाना जाता है और उनका यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जब उस मुस्लिम शख्स ने महाराज से अपने धर्म को लेकर सवाल पूछा, तो प्रेमानंद महाराज ने सबसे पहले उसे समझाया कि “भोजन पाना है तो हिंदू-मुस्लिम नहीं देखना चाहिए, आनंद की प्राप्ति के लिए भी हमें यह भेदभाव नहीं करना चाहिए।” उन्होंने कहा, “क्या गंदे आचरण करना मुस्लिम मजहब में है? नहीं, इस्लाम या कोई भी धर्म सिखाता है कि अच्छे आचरण से जीवन जिया जाए।”
महाराज ने आगे कहा, “आपका मन अगर खिन्न होता है तो इसका कारण आपके आचरण में है। अगर आप अपने धर्म को सही से समझें और अच्छे आचरण को अपनाएं, तो कोई भी वस्तु या कपड़े में भेद नहीं होता।” उन्होंने यह भी कहा, “हम सब एक हैं, हमारा खून एक है और सभी एक ही भगवान के अंश हैं।”
संत के विचारों ने सबका दिल जीत लिया
प्रेमानंद महाराज के इस जवाब ने सभी को हिला दिया। उन्होंने धार्मिक भेदभाव को नकारते हुए यह संदेश दिया कि सभी धर्मों में अच्छे आचरण की बात की जाती है और सबका आदर्श एक ही होना चाहिए। उनका यह विचार सभी के लिए प्रेरणादायक बन गया है और सोशल मीडिया पर उनकी खूब सराहना की जा रही है। एक यूजर ने कहा, “मैं मुस्लिम हूं, लेकिन प्रेमानंद महाराज की कथा सुनता हूं।” वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “गुरु तो कई हैं, लेकिन महाराज जी की बात अलग है, वह सच में बाबा हैं।”