तेजस्वी का बड़ा ऐलान, राजद की सरकार बनी तो लागू करेंगे माई-बहन-मान योजना
- Post By Admin on Dec 16 2024

पटना : बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने महिलाओं के लिए अपनी “माई-बहन-मान योजना” का ऐलान कर दिया है। इसके तहत राज्य की महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये की राशि देने का वादा किया गया है। तेजस्वी की यह योजना बिहार के चुनावी समर में एक बड़ा दांव माना जा रहा है। इस कदम के पीछे मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित करना और विधानसभा चुनाव में जीत की राह को आसान बनाना है।
महिला वोटरों को साधने की रणनीति
तेजस्वी यादव ने इस योजना का ऐलान करते हुए कहा कि राज्य की महिला आबादी को सशक्त करने के लिए यह कदम उठाया गया है। बिहार में महिलाएं चुनावी परिणामों में अहम भूमिका निभाती हैं। हाल के आंकड़े बताते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान प्रतिशत अधिक है। 2019 के विधानसभा चुनावों में 59.58 प्रतिशत महिला वोटरों ने मतदान किया, जो पुरुषों के 54.90 प्रतिशत से कहीं ज्यादा था। यह आंकड़ा बताता है कि बिहार की महिलाएं चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
तेजस्वी का यह दांव कितना प्रभावी होगा?
तेजस्वी यादव का यह कदम आगामी विधानसभा चुनावों में महिला वोटरों का समर्थन हासिल करना है। पिछले कुछ वर्षों में कई राज्यों में ऐसी योजनाओं का राजनीतिक फायदा देखा गया है। मध्य प्रदेश में लाडली बहन योजना ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सत्ता को मजबूती दी। वहीं झारखंड में मइयां सम्मान योजना के जरिए हेमंत सोरेन ने सत्ता में वापसी की। इसके अलावा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी महिलाओं के लिए योजनाओं का राजनीतिक फायदा हुआ है।
महिलाओं की अहम भूमिका
बिहार में महिलाओं का वोट प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है और 2024 में भी यह आंकड़ा 59.45 प्रतिशत के आसपास रहा। महिलाओं की यह बढ़ती हुई राजनीतिक ताकत, राजनीतिक दलों के लिए किसी भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाती है। तेजस्वी यादव का यह कदम न केवल महिला वोटरों को लुभाने का प्रयास है, बल्कि राज्य में महिलाओं के लिए किए गए पिछले कार्यों से उनका समर्थन पाने की कोशिश भी है।
क्या इस बार तेजस्वी की रणनीति सफल होगी?
अगर माई-बहन-मान योजना के तहत महिलाओं को मदद देने का वादा सचमुच जमीन पर उतरा, तो इसका निश्चित रूप से तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद को फायदा हो सकता है। हालांकि, इस योजना की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसका क्रियान्वयन कितना प्रभावी होता है।
राजद के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यह कदम उठाकर स्पष्ट कर दिया है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं के लिए उनकी रणनीति प्रमुख भूमिका निभाने वाली है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह योजना कितनी हद तक राज्य की राजनीति में बदलाव ला पाती है और क्या यह राजद के लिए चुनावी सफलता की कुंजी बन पाती है।