तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी को दी नसीहत, कहा- जयचंदों से सावधान रहो
- Post By Admin on Aug 19 2025
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पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र और बिहार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिए राजनीतिक हलचल मचा दी है। तेजप्रताप ने सोमवार देर रात अपने छोटे भाई और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ-साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा और तेजस्वी को चेतावनी दी कि वह अपने आस-पास के जयचंदों से सावधान रहें।
तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लोकतंत्र को बचाने के लिए सक्रिय हैं या फिर लोकतंत्र को कमजोर करने के प्रयास में लगे हैं। उन्होंने वीडियो में नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह के गाड़ी चालक और उनके साथ एक मीडिया पत्रकार भाई के साथ हुए मारपीट और गाली-गलौज का जिक्र करते हुए इसे अत्यंत गलत और शर्मनाक बताया और इसकी कड़ी निंदा की।
तेजप्रताप ने तेजस्वी को विशेष रूप से आगाह किया, "अभी भी समय है। अपने आस-पास के जयचंदों से सावधान रहो, नहीं तो चुनाव में परिणाम आपके लिए बहुत बुरा हो सकता है। यह चुनाव बताएगा कि आप कितने समझदार हैं और आपके आसपास के लोग कितने ईमानदार हैं।"
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, तेजप्रताप यादव की यह चेतावनी बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर परिवारिक और राजनीतिक समीकरणों में पैदा हुई तनाव की नई झलक दिखाती है। यह विवाद ऐसे समय में आया है जब बिहार में कांग्रेस के नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 'वोटर अधिकार यात्रा' की शुरुआत की है। इस यात्रा का उद्देश्य मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में जन जागरूकता फैलाना है। यात्रा की शुरुआत रविवार को सासाराम से हुई और इसका समापन 1 सितंबर को पटना में रैली के माध्यम से होगा।
राहुल गांधी की इस यात्रा में तेजस्वी यादव के अलावा लेफ्ट पार्टियों के नेता भी शामिल हैं, और इंडिया ब्लॉक में शामिल तमाम दलों ने इस यात्रा का समर्थन किया है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि तेजप्रताप यादव के इस बयान से न केवल राजद के भीतर मतभेद उजागर हुए हैं, बल्कि यह बिहार की सियासी पार्टियों के बीच गठबंधन और चुनावी रणनीति पर भी असर डाल सकता है।
तेजप्रताप यादव की सोशल मीडिया पोस्ट ने बिहार की राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है, और आगामी चुनाव के मद्देनजर उनके इस बयान से तेजस्वी यादव और राजद नेतृत्व के रणनीतिक फैसलों पर नजरें टिकी हैं।