साधु यादव की तेजस्वी को दो टूक सलाह : सीएम बनना है तो कुछ सहयोगियों से बनाएं दूरी
- Post By Admin on Aug 03 2025

पटना : बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मचाते हुए पूर्व सांसद और राबड़ी देवी के भाई साधु यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को खुली सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, तो उन्हें "कुछ मौजूदा सहयोगियों" से दूरी बनानी होगी और जनता के बीच ज़्यादा सक्रियता दिखानी होगी।
मीडिया से खास बातचीत में साधु यादव ने कहा, “राजद के पास 33 प्रतिशत वोट शेयर है, जो एक मजबूत आधार है। यदि इसे 38 प्रतिशत तक पहुंचा दिया जाए तो सरकार बनाना संभव है। परंतु इसके लिए सही रणनीति और सहयोगियों का चयन आवश्यक है।”
वोटर लिस्ट विवाद पर साधु यादव ने विपक्ष से लिया इतर रुख
बिहार में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया को लेकर जहां विपक्ष इसे वोटरों की कथित साफ-सफाई बता रहा है, वहीं साधु यादव ने इसे चुनाव आयोग की नीति के तहत ‘स्वाभाविक प्रक्रिया’ करार दिया। उन्होंने बताया कि यह 2003 की मतदाता सूची को आधार बनाकर की जा रही है और जिनके पास प्रामाणिक दस्तावेज हैं, उनके नाम सूची में रहेंगे।
उन्होंने कहा, “बाहरी और विदेशी मतदाताओं की पहचान के लिए भी नीति बनाई गई है। जिनके पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं हैं, उनके नाम हटाए गए हैं, लेकिन दस्तावेज देने पर पुनः जोड़ा जा सकता है।”
साधु यादव ने साफ किया कि “मतदाता सूची में सिर्फ वैध और प्रमाणित मतदाताओं के नाम ही होने चाहिए, इससे लोकतंत्र की पारदर्शिता बढ़ेगी।”
नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर गंभीर टिप्पणी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर सवाल उठाते हुए साधु यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में रहते हैं और दवाइयों के प्रभाव पर निर्भर हैं। दवा का असर खत्म होते ही फिर से अचेत हो जाते हैं।” यह बयान उस समय आया है जब खुद तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार को 'थका हुआ मुख्यमंत्री' बता चुके हैं।
साधु यादव के बयान से स्पष्ट है कि बिहार की सियासत एक बार फिर से करवट लेने को तैयार है। तेजस्वी यादव के लिए यह न सिर्फ पारिवारिक सलाह है, बल्कि एक राजनीतिक संकेत भी हो सकता है कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।