गोपाल खेमका हत्याकांड पर भड़के राहुल गांधी, कहा - हर हत्या बदलाव की चीख है

  • Post By Admin on Jul 06 2025
गोपाल खेमका हत्याकांड पर भड़के राहुल गांधी, कहा - हर हत्या बदलाव की चीख है

नई दिल्ली : पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या के बाद राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रविवार को सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने मिलकर “बिहार को भारत की क्राइम कैपिटल बना दिया है।”

राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा - “पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम हत्या ने फिर साबित कर दिया है कि भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार को ‘क्राइम कैपिटल’ बना दिया है। आज बिहार लूट, हत्या और गोलीबारी के साये में जी रहा है। अपराध यहां ‘नया नॉर्मल’ बन गया है और सरकार पूरी तरह विफल है।”

उन्होंने जनता से बदलाव की अपील करते हुए कहा, “बिहार के भाइयों और बहनों, यह अन्याय अब और नहीं सहा जा सकता। जो सरकार आपके बच्चों की सुरक्षा नहीं कर सकती, वह आपके भविष्य की जिम्मेदारी भी नहीं ले सकती। हर हत्या, हर लूट, हर गोली – एक चीख है बदलाव की। अब वक्त है एक ऐसे बिहार का, जहां डर नहीं, तरक्की हो। इस बार वोट सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, बिहार को बचाने का है।”

विपक्ष का हमला, प्रशासन की चुनौती

राहुल गांधी का यह बयान उस समय आया है जब शुक्रवार देर रात पटना के रामगुलाम चौक के पास अपराधियों ने प्रमुख व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद पूरे व्यापारिक समुदाय में रोष है, वहीं बिहार पुलिस की कार्रवाई भी तेज हो गई है।

राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने रविवार को दावा किया कि “एक-दो दिनों में इस हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।” पुलिस ने पटना और वैशाली जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की है और दर्जनभर संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पुलिस ने बताया कि हमलावर की मोटरसाइकिल की पहचान हो चुकी है, लेकिन उसने हेलमेट पहन रखा था, जिससे चेहरा स्पष्ट नहीं हो पाया है। पूरे शहर में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

चुनावी मौसम में कानून-व्यवस्था बना मुद्दा

चूंकि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है, ऐसे में गोपाल खेमका की हत्या पर उठी राजनीतिक प्रतिक्रिया को विपक्षी दल सरकार की विफलता का प्रतीक बताने में जुटे हैं। राहुल गांधी का यह तीखा हमला साफ करता है कि कांग्रेस इस मुद्दे को जमीनी जनाक्रोश में बदलने की रणनीति पर काम कर रही है।

एक ओर जहां प्रशासन हत्या की गुत्थी सुलझाने में व्यस्त है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। गोपाल खेमका की हत्या अब सिर्फ कानून-व्यवस्था का सवाल नहीं, बल्कि बिहार की राजनीतिक दिशा और नेतृत्व क्षमता का भी इम्तिहान बन चुकी है।