प्रशांत किशोर ने 14वें दिन BPSC अभ्यर्थियों के हाथों तोड़ा अनशन
- Post By Admin on Jan 16 2025

पटना : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों के हाथों 14वें दिन आमरण अनशन तोड़ दिया। अभ्यर्थियों ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया। अनशन तोड़ने के बाद प्रशांत किशोर ने इस आंदोलन को बिहार में सत्याग्रह की पहली शुरुआत करार दिया और कहा कि यह लड़ाई सिर्फ परीक्षा में सुधार के लिए नहीं, बल्कि राज्य में शिक्षा और रोजगार की बेहतर व्यवस्था के लिए भी है।
BPSC परीक्षा में पारदर्शिता की मांग
प्रशांत किशोर ने BPSC परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं के अधिकारों की रक्षा करना अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए सरकार को जवाबदेह ठहराना होगा।
संघर्ष की सराहना
प्रशांत किशोर ने अभ्यर्थियों के संघर्ष की सराहना करते हुए कहा कि यह आंदोलन बिहार के युवाओं के अधिकारों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह महज एक परीक्षा का मसला नहीं, बल्कि युवाओं को रोजगार और शिक्षा में उचित अवसर मिले। इसके लिए एक बड़े बदलाव की जरूरत है।
जन सुराज अभियान का समर्थन
अभ्यर्थियों के संघर्ष को समर्थन देते हुए प्रशांत किशोर ने जन सुराज अभियान की ओर से आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए अभियान पूरी ताकत से काम करेगा। उन्होंने इस आंदोलन को एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने की बात की और युवाओं से लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाने की अपील की।
“यह सिर्फ शुरुआत है : प्रशांत किशोर”
आमरण अनशन समाप्ति के बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। बिहार में बदलाव के लिए एक जन आंदोलन की आवश्यकता है और इसके लिए हर युवा को अपने हक के लिए लड़ना होगा। किशोर ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी आवाज उठाते हुए इस संघर्ष को लोकतांत्रिक तरीके से जारी रखें।
प्रशांत किशोर ने अपने भाषण में यह भी कहा कि युवाओं की आवाज को दबाना या नजरअंदाज करना किसी भी सरकार के लिए सही नहीं है। उन्होंने बिहार सरकार से मांग की कि युवाओं की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए और उनके भविष्य के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।