लालू यादव के बयान पर पीके का पलटवार - बोले, उन्हें बिहार की नहीं, सिर्फ अपने बेटे की चिंता है
- Post By Admin on Mar 24 2025

बेगूसराय : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को बेगूसराय में प्रेस वार्ता कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लालू यादव को बिहार की 13 करोड़ जनता की कोई चिंता नहीं है, उन्हें तो बस अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। बिहार में उनकी नजर में बस एक ही 'लाल' है और वह हैं तेजस्वी।
प्रशांत किशोर ने कहा, "लालू जी सिर्फ अपने परिवार तक सीमित हैं। बिहार की बाकी जनता का क्या होगा, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं। जब राजनीति परिवार तक सिमट जाती है, तो प्रदेश का विकास रुक जाता है।"
कन्हैया कुमार की यात्रा पर तंज - जन सुराज की वजह से कांग्रेस सड़कों पर उतरी
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की पलायन रोको यात्रा पर भी प्रशांत किशोर ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जन सुराज के बढ़ते प्रभाव से घबराकर अब कांग्रेस भी जनता के बीच जाने को मजबूर हुई है। पीके ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के बयान का हवाला देते हुए कहा, "रेवंत रेड्डी कहते हैं कि बिहारियों के डीएनए में मजदूरी है। ऐसे में कन्हैया कुमार और राहुल गांधी को बिहार की जनता को जवाब देना चाहिए कि आखिर उनके नेता बिहारियों का अपमान कर कैसे वोट मांगने आए हैं।"
नीतीश कुमार की डोमिसाइल नीति पर सीधा हमला - बोले, PM बनने के चक्कर में बिहार के युवाओं का भविष्य दांव पर लगा दिया
डोमिसाइल नीति पर बोलते हुए प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पीएम बनने के सपने में डूबे नीतीश कुमार ने बिहार के युवाओं की नौकरी दूसरे राज्यों के लोगों को बांट दी। पीके बोले, "नीतीश कुमार को लगा कि बाहर के लोगों को बिहार में नौकरी देकर वह अपनी छवि चमकाएंगे। लेकिन इससे बिहार के युवाओं का हक छिन गया। तेजस्वी यादव और कांग्रेस भी इस अन्याय में बराबर के भागीदार हैं। जब शिक्षकों की बहाली हुई, तब तेजस्वी उपमुख्यमंत्री थे, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली।"
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज स्पष्ट मांग करता है कि बिहार में होने वाली भर्तियों में 75% सीटें बिहार के युवाओं के लिए आरक्षित होनी चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि BPSC पेपर लीक और डोमिसाइल नीति जैसे मुद्दों पर वे आमरण अनशन भी कर चुके हैं।