लालू यादव ने पिछड़ों को नहीं होने दिया शिक्षित ताकि झंडा और नारे लगाने वाले मिलते रहें : प्रशांत किशोर
- Post By Admin on Dec 21 2024

पटना : जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनीति में बड़ा बयान देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा प्रहार किया। प्रशांत किशोर ने इन दोनों नेताओं के राजनीतिक मॉडल को एक जैसा बताते हुए कहा कि इनका उद्देश्य समाज को बांटकर, गरीब और अनपढ़ बनाकर अपनी राजनीति को बनाए रखना है। उन्होंने आरोप लगाया कि सामाजिक न्याय और समानता के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है और उनका वोट हासिल किया जा रहा है।
प्रशांत किशोर ने लालू यादव पर विशेष रूप से निशाना साधते हुए कहा, "लालू जी ने अपने शासनकाल में पिछड़ों, गरीबों और वंचितों को आवाज दी, लेकिन उन्हें शिक्षा, जमीन और रोजगार देने से परहेज किया। इसका कारण साफ है कि अगर इन वर्गों को शिक्षा और आर्थिक मजबूती मिल जाती, तो वे उनकी पार्टी का झंडा उठाकर नारे लगाने वाले नहीं रहते। यह रणनीति उनकी राजनीति को मजबूत करने के लिए अपनाई गई।"
उन्होंने आगे कहा कि इन नेताओं की नीतियों ने बिहार को गरीब और मजदूर राज्य बना दिया है। लोग महज 400 रुपए की पेंशन पाकर सरकार के प्रति आभार प्रकट कर रहे हैं और वोट दे रहे हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि इन नेताओं ने राज्य की जनता को किस हद तक असहाय बना दिया है।
यह बयान बिहार की राजनीति में एक नए विवाद को जन्म दे सकता है, क्योंकि लालू यादव और नीतीश कुमार दोनों ही राज्य की राजनीति में प्रमुख चेहरे हैं। प्रशांत किशोर के इन आरोपों से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।