राहुल गांधी के वोट चोरी आरोप पर इंडिया ब्लॉक एकजुट, भाजपा ने याद दिलाया बूथ कैप्चरिंग का इतिहास
- Post By Admin on Aug 08 2025
 
                    
                    नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा मतदाता सूची में गड़बड़ी और ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाने के बाद विपक्षी इंडिया ब्लॉक उनके समर्थन में खड़ा हो गया है, जबकि भाजपा ने उनकी नीयत पर सवाल उठाते हुए अतीत का हवाला दिया है।
राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए तथ्यों के साथ मतदाता सूची में गड़बड़ी उजागर की। उन्होंने पूछा, “चुनाव आयोग वोटर लिस्ट ऑनलाइन क्यों नहीं करता ताकि लोग आसानी से जांच सकें कि एक व्यक्ति के कितने वोटर आईडी हैं?” माजी ने केंद्र सरकार से भी सवाल किया कि अगर आयोग निष्पक्ष है तो सरकार इस मामले में हस्तक्षेप कर जांच क्यों नहीं कराती।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने आरोप लगाया कि 2024 लोकसभा चुनाव में एक विधानसभा क्षेत्र में एक लाख फर्जी वोट बनाए गए। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके “चुने हुए लोग” चुनाव आयोग चला रहे हैं, जिससे इसकी निष्पक्षता खत्म हो रही है।
राज्यसभा सांसद संजय यादव ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धांधली के वीडियो का उदाहरण देते हुए कहा कि आयोग ने कोई कार्यवाही नहीं की। उन्होंने मांग की कि 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाने के कारण स्पष्ट किए जाएं और प्रत्येक हटाए गए नाम का विवरण सार्वजनिक किया जाए। यादव का आरोप है कि आयोग सटीक सवालों के जवाब देने के बजाय प्रक्रिया जटिल बना रहा है, जो उसकी मंशा पर सवाल उठाता है।
वहीं, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि 1980 में इंदिरा गांधी के शासनकाल में 500 से अधिक स्थानों पर बूथ कैप्चरिंग और वोट चोरी हुई थी। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष उसी तरह का माहौल वापस लाना चाहता है, जिससे एससी, एसटी, ओबीसी और महिलाओं के वोटिंग अधिकारों पर चोट पहुंचे।
राहुल गांधी के आरोप और उस पर जारी यह तीखा राजनीतिक टकराव चुनावी सियासत में नया मोर्चा खोल रहा है।
 
                             
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