गायघाट: कोमल सिंह ने मंच पर पकड़ा भावी विधायक प्रत्याशी का कॉलर, जमकर हो गया बवाल
- Post By Admin on Sep 25 2025

मुजफ्फरपुर : गायघाट विधानसभा के जारंग उच्च विद्यालय परिसर में गुरुवार को आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान जमकर बवाल हुआ। मंच पर नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने माहौल को इतना गरमा दिया कि धक्का-मुक्की और हाथापाई की नौबत आ गई। देखते ही देखते सम्मेलन स्थल रणक्षेत्र में बदल गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना में दर्जन भर कार्यकर्ता घायल हो गए।
मंच पर नेताओं की झड़प
जानकारी के अनुसार, जदयू के पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव के पुत्र प्रभात किरण और जदयू एमएलसी दिनेश प्रसाद सिंह तथा वैशाली सांसद वीणा देवी की पुत्री कोमल सिंह आपस में भिड़ गए। प्रभात किरण के समर्थकों ने आरोप लगाया कि कोमल सिंह ने प्रभात किरण का कॉलर पकड़ लिया, जो महिला होने के नाते उनके लिए शोभनीय नहीं था। समर्थकों का कहना था कि प्रभात किरण ने संयम बरता और किसी तरह की अभद्रता नहीं की। वहीं, कोमल सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रभात किरण ने धक्का दिया।
समर्थकों के बीच टकराव
मंच पर हुई झड़प का असर नीचे बैठे समर्थकों पर भी दिखा। दोनों गुट आमने-सामने हो गए और जमकर धक्का-मुक्की व हाथापाई करने लगे। इसी दौरान कुर्सियां चलने लगीं और टेबल पलट दी गई। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कोमल सिंह के उम्मीदवारी को लेकर ‘गायघाट बचाना है, बाहरी भगाना है’ के नारे भी लगाए।
पुलिस का लाठीचार्ज
स्थिति बिगड़ते देख पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। पुलिस बल ने नेताओं की सुरक्षा संभाली और हालात काबू में लाए। बावजूद इसके, सम्मेलन स्थल के बाहर भी दोनों गुटों के बीच तनाव बना रहा।
सियासी खींचतान की जड़
गौरतलब है कि गायघाट सीट से पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव निर्दलीय और राजद से कई बार चुनाव जीत चुके हैं। पिछली बार जदयू उम्मीदवार के रूप में वे हार गए थे। अब उनके पुत्र प्रभात किरण चुनावी तैयारी में जुटे हैं। वहीं, कोमल सिंह भी इस सीट से दावेदारी कर रही हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने लोजपा प्रत्याशी के रूप में 36 हजार से अधिक वोट हासिल किए थे, जिससे महेश्वर यादव की हार हुई थी। इसी वजह से दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक खींचतान तेज है।
सम्मेलन में उस समय मंच पर लोजपा सांसद वीणा देवी, जदयू नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक, पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव और भाजपा नेता अशोक सिंह सहित कई दिग्गज मौजूद थे। इसके बावजूद कार्यकर्ताओं का आक्रोश शांत नहीं हो सका।