बिहार चुनाव से पहले गड़ेरिया समाज ने भरी हुंकार, राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग तेज
- Post By Admin on Mar 23 2025

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही प्रदेश की राजनीति में जातीय समीकरणों की बिसात बिछने लगी है। इसी कड़ी में राजधानी पटना के मिलर स्कूल मैदान में बिहार गड़ेरिया मोर्चा ने एक बड़ी रैली कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। रैली में समाज के हजारों लोग जुटे और राजनीतिक दलों को खुला संदेश दिया कि अब गड़ेरिया समाज अपने अधिकारों की लड़ाई खुद लड़ेगा।
गड़ेरिया मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष पाल ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, "हमारा समाज वर्षों से उपेक्षित रहा है। अब और बर्दाश्त नहीं होगा। इस बार जो भी दल गड़ेरिया समाज को सम्मानजनक भागीदारी देगा, हम उसका साथ देंगे। अगर कोई दल हमें नजरअंदाज करता है तो हम बिहार में कम से कम पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे और अपनी ताकत दिखाएंगे।" रैली में समाज के विभिन्न जिलों से आए वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि गड़ेरिया समाज की आबादी लाखों में है, लेकिन राजनीतिक हिस्सेदारी के नाम पर हमें हमेशा हाशिए पर रखा गया। वक्ताओं ने साफ किया कि अब समाज जाग चुका है और अपनी हिस्सेदारी लेकर रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि गड़ेरिया समाज केवल पशुपालन तक सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षा, राजनीति, नौकरियों में भी समाज के लोग आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब गड़ेरिया समाज को उसका हक मिलना चाहिए।
राजनीतिक दलों पर बढ़ा दबाव
गड़ेरिया मोर्चा की इस रैली ने बिहार के राजनीतिक दलों के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-सा दल इस समाज को अपने पाले में करने की कोशिश करता है और कौन नजरअंदाज करता है। गड़ेरिया मोर्चा ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे अपने बूते चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
अब गड़ेरिया समाज बोलेगा और अपना हक लेकर रहेगा
रैली के मंच से यह संदेश भी दिया गया कि गड़ेरिया समाज सिर्फ दिखावे के लिए किसी पार्टी का पिछलग्गू नहीं बनेगा। समाज अब जागरूक है और अपनी ताकत समझ चुका है। आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में गड़ेरिया समाज एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।