नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद कांग्रेस की मजबूत पकड़, भाजपा तीसरे स्थान पर

  • Post By Admin on Oct 08 2024
नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद कांग्रेस की मजबूत पकड़, भाजपा तीसरे स्थान पर

नूंह : हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का इतिहास रचा है, लेकिन नूंह जिले में उसे एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा। 2023 में नूंह सांप्रदायिक हिंसा के कारण चर्चा में रहा था, वहां भाजपा का प्रदर्शन कमजोर रहा। जिले की सभी तीन विधानसभा सीटों नूंह, फिरोजपुर झिरका, और पुन्हाना पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की हैं, जबकि भाजपा तीसरे स्थान पर रही।

नूंह सीट पर कांग्रेस के आफताब अहमद ने 91697 वोटों के साथ 46871 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। इंडियन नेशनल लोकदल के ताहिर हुसैन दूसरे स्थान पर रहे, जिन्हें 44826 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी ने हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें सिर्फ 15810 वोट मिले और वह तीसरे स्थान पर रहे। आम आदमी पार्टी की राबिया किदवई को महज 212 वोट मिले।

नूंह जिले में सबसे अधिक मुस्लिम वोटर्स हैं और यह सीट आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी मानी जाती है। भाजपा ने इस बार ध्रुवीकरण की उम्मीद में संजय सिंह को टिकट दिया था, लेकिन इसके बावजूद परिणाम उसके पक्ष में नहीं गए। नूंह जिले में सांप्रदायिक हिंसा के बाद राजनीतिक माहौल काफी संवेदनशील था, और इसका प्रभाव चुनाव परिणामों पर भी देखा गया।

नूंह में सांप्रदायिक तनाव 2023 की ब्रजमंडल शोभायात्रा के दौरान शुरू हुआ था, जिसके बाद हिंसा फरीदाबाद तक फैल गई थी। इस हिंसा में प्रमुख आरोपी मामन खान ने जिले की फिरोजपुर झिरका सीट से भी जीत दर्ज की है, जो इस बात को दर्शाता है कि सांप्रदायिकता और राजनीतिक समीकरण यहां चुनावी परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।