महिला भिखारी की 10 दिन की कमाई सुन चौंके अफसर
- Post By Admin on Dec 13 2024

इंदौर : इंदौर शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए चल रहे विशेष अभियान के दौरान बुधवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। महिला एवं बाल विकास विभाग ने राजवाड़ा इलाके के शनि मंदिर के पास भीख मांग रही एक महिला को रेस्क्यू किया। तलाशी लेने पर महिला के पास से करीब 75 हजार रुपये नकद बरामद हुए। जब अधिकारियों ने इस बारे में पूछताछ की, तो महिला ने बताया कि यह उसकी केवल 10 दिनों की कमाई है।
अभियान का उद्देश्य
इंदौर, जो अपनी स्वच्छता के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। अब भिखारी मुक्त शहर बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। इस अभियान की शुरुआत फरवरी 2024 में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर की गई थी। इसका उद्देश्य भिखारियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। इस अभियान के तहत महीने में कई बार अफसर भिखारियों को रेस्क्यू करते हैं। पहले उन्हें भीख न मांगने के लिए समझाया जाता है और अगर वो नहीं मानते हैं तो फिर उन्हें उज्जैन के सेवा धाम आश्रम में भेज दिया जाता है। यहां उनकी काउंसलिंग की जाती है ताकि वे भीख मांगने का काम छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके ताकि वे भीख मांगने की आदत छोड़कर स्वावलंबी बन सकें।
रेस्क्यू ऑपरेशन और खुलासा
बुधवार को इस अभियान के तहत 14 भिखारियों को रेस्क्यू किया गया। इनमें से एक महिला भिखारी को भी रेस्क्यू किया गया जो शनि मंदिर के पास भीख मांग रही थी। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से बड़ी रकम बरामद हुई। महिला ने बताया कि उसने यह धनराशि केवल 10 दिनों में भीख मांगकर जुटाई है।
इस अभियान से जुड़े महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि हमारी ये मुहीम फरवरी से चल रही है। 300 से ज्यादा भिखारियों को रेस्क्यू कर चुके हैं। इनमें 32 से ज्यादा बच्चे भी हैं। इसी के तहत बुधवार को हमने एक भिखारी को रेस्क्यू किया जो मंदिर में भीख मांग रही थी। उसके पास से 74,748 रुपए मिले हैं, जो उसने 10 दिन में भीख मांगकर कमाए हैं। महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है। हमारी ये कार्रवाई अगले कई दिनों तक जारी रहेगी.