बासी रोटी पेट के लिए अमृत : शुगर कंट्रोल से लेकर पाचन और वजन घटाने तक कारगर

  • Post By Admin on Sep 14 2025
बासी रोटी पेट के लिए अमृत : शुगर कंट्रोल से लेकर पाचन और वजन घटाने तक कारगर

नई दिल्ली : अक्सर लोग रात की बची हुई रोटियों को बेकार समझकर फेंक देते हैं, लेकिन आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों मानते हैं कि बासी रोटी शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद प्राकृतिक गुण न केवल पाचन को दुरुस्त करते हैं, बल्कि ब्लड शुगर, कब्ज और वजन जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाते हैं।

अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब रोटी पूरी रात रखी जाती है, तो उसमें प्राकृतिक फर्मेंटेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इस प्रक्रिया से ऐसा स्टार्च बनता है, जो धीरे-धीरे पचता है। इसका फायदा यह होता है कि पेट लंबे समय तक भरा रहता है और ब्लड शुगर अचानक से नहीं बढ़ती। यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए सुबह बासी रोटी को ठंडे दूध में भिगोकर खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है।

पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में भी बासी रोटी अहम भूमिका निभाती है। फर्मेंटेशन से इसमें बनने वाले तत्व आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं कम होती हैं। ये बैक्टीरिया आंतों को साफ रखने के साथ-साथ शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण की क्षमता भी बढ़ाते हैं।

विशेषज्ञ बताते हैं कि बासी रोटी इम्यूनिटी को भी दुरुस्त करती है। इसमें बनने वाले प्री-बायोटिक्स शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं। पेट स्वस्थ रहने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है और बार-बार होने वाली सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कतें कम हो जाती हैं।

जो लोग वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए भी बासी रोटी एक बेहतर विकल्प है। इसमें फाइबर अधिक और कैलोरी कम होती है। इसे खाने से भूख देर तक नहीं लगती और अनावश्यक कैलोरी का सेवन घटता है। धीरे-धीरे यह शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद करती है।

बासी रोटी में बना खास तरह का स्टार्च न केवल आंतों को साफ करता है बल्कि शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स को ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ाता है। इस कारण इसे आयुर्वेद में ‘पेट का अमृत’ कहा गया है।