वैज्ञानिकों ने बनाया एआई टूल, मिनटों में करेगा बर्ड फ्लू और एच5एन1 के मरीजों की पहचान
- Post By Admin on Aug 28 2025

नई दिल्ली : अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल तैयार किया है, जो अस्पतालों के इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड (ईएमआर) को स्कैन कर संभावित बर्ड फ्लू (एच5एन1 वायरस) संक्रमित मरीजों की तेजी से पहचान कर सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह तकनीक महामारी की रोकथाम में क्रांतिकारी साबित हो सकती है।
एआई मॉडल मरीजों के लक्षण जैसे खांसी, तेज बुखार, नाक बंद होना और आंखों की लालिमा को पढ़कर जांचता है कि क्या हाल ही में वह मरीज ऐसे स्थानों पर गया है, जहां संक्रमण का खतरा अधिक होता है—जैसे पोल्ट्री फार्म, मुर्गियों के बीच काम करना या पशुधन से जुड़े खेत। यदि जोखिम मिलता है तो यह मरीज को ‘हाई-रिस्क’ केस के रूप में चिन्हित कर देता है।
2024 में अमेरिका के 13,494 मरीजों के रिकॉर्ड पर किए गए परीक्षण में यह एआई टूल सिर्फ 26 मिनट में 76 संभावित मामलों की पहचान करने में सफल रहा। इनमें से 14 मरीज हाल ही में मुर्गियों, जंगली पक्षियों या मवेशियों के संपर्क में पाए गए। खास बात यह रही कि प्रति मरीज विश्लेषण की लागत केवल 3 सेंट (करीब 2.5 रुपये) आई।
शोध को क्लिनिकल इनफेक्शियस डिजीज पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन की सहायक प्रोफेसर कैथरीन ई. गुडमैन ने कहा, “जनरेटिव एआई हमारे सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे में एक महत्वपूर्ण कमी को पूरा कर सकता है। यह उन उच्च-जोखिम वाले मरीजों की पहचान करता है, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि एच5एन1 के पशुओं में लगातार फैलाव के कारण सबसे बड़ा खतरा यह है कि स्वास्थ्य तंत्र को यह पता ही नहीं चलता कि कितने लोग जोखिम में हैं और उनमें से कितनों की जांच होनी चाहिए। ऐसे में यह एआई तकनीक महामारी फैलने से पहले ही अलर्ट जारी कर सकती है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि भविष्य में इस टूल का उपयोग कर पूरे देश में एक नेटवर्क तैयार किया जा सकता है, जो न केवल बर्ड फ्लू बल्कि उभरती नई संक्रामक बीमारियों पर भी नजर रखेगा और समय रहते स्वास्थ्य सेवाओं को सक्रिय कर सकेगा।