हार्ट ब्लॉकेज : लक्षण, कारण और होम्योपैथिक समाधान

  • Post By Admin on May 19 2025
हार्ट ब्लॉकेज : लक्षण, कारण और होम्योपैथिक समाधान

बेंगलुरु से होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार सिंह की सलाह

बेंगलुरु सिटी, कर्नाटक से प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने हार्ट ब्लॉकेज के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके लक्षण, कारण और होम्योपैथिक उपचार पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। डॉ. सिंह क्रॉनिक डिजीज, किडनी स्टोन और गॉल ब्लैडर स्टोन के विशेषज्ञ हैं।

क्या है हार्ट ब्लॉकेज?

हार्ट ब्लॉकेज या दिल की धड़कन का रुकना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो तब उत्पन्न होती है जब रक्त वाहिकाओं में "प्लाक" नामक चिपचिपा पदार्थ जमा हो जाता है। यह प्लाक फैट, कोलेस्ट्रॉल, हानिकारक पदार्थ, कैल्शियम और फाइब्रिन के संयोजन से बनता है। जब नसों में प्लाक जमा हो जाता है, तो धमनियों में संकुचन होने लगता है, जिसे मेडिकल भाषा में "एथेरोस्क्लेरोसिस" कहा जाता है।

हार्ट ब्लॉकेज के प्रमुख लक्षण:

डॉ. सिंह ने बताया कि हार्ट ब्लॉकेज के लक्षणों को नजरअंदाज करना घातक हो सकता है। प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:

  • बार-बार सिरदर्द होना

  • चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना

  • छाती में दर्द

  • सांस लेने में कठिनाई

  • थोड़े से काम पर भी थकान महसूस होना

  • गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट में दर्द

  • हाथ-पैर में दर्द या सुन्नपन

  • कमजोरी या सर्दी लगना

डॉ. सिंह ने आगाह किया कि यदि इन लक्षणों की अनदेखी की गई, तो भविष्य में यह हार्ट अटैक का रूप ले सकता है। एक स्वस्थ दिल हर मिनट में लगभग 5 लीटर रक्त पंप करता है, जो शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है।

हार्ट ब्लॉकेज के मुख्य कारण:

हाई ब्लड प्रेशर: रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव, जिससे धमनियों में रुकावट बढ़ती है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर: एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की अधिकता से धमनियों में प्लाक जमने का खतरा।

अल्कोहल, धूम्रपान और तंबाकू का सेवन: रक्त वाहिकाओं के संकुचन का मुख्य कारण।

मोटापा और गतिहीन जीवनशैली: शरीर में वसा की अधिकता से रक्त प्रवाह में रुकावट।

होम्योपैथिक समाधान:

डॉ. अरुण कुमार सिंह का मानना है कि होम्योपैथिक चिकित्सा में हार्ट ब्लॉकेज का सफल इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखते ही किसी अनुभवी होम्योपैथिक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। होम्योपैथी लक्षणों के आधार पर उपचार करती है और गंभीर बीमारियों में भी प्रभावी है।

बचाव के उपाय:

  • अधिक तनाव से बचें।

  • खान-पान पर विशेष ध्यान दें।

  • जीवनशैली में सुधार करें और परिवार में खुशहाली का माहौल बनाएं।

  • नियमित रूप से व्यायाम करें और स्वस्थ आदतें अपनाएं।

डॉ. अरुण कुमार सिंह से संपर्क:

हार्ट से संबंधित कोई भी समस्या होने पर डॉ. सिंह से परामर्श लिया जा सकता है। संपर्क नंबर: 9852147643