गुर्दे की पथरी पर डॉ. अरुण कुमार सिंह का परामर्श

  • Post By Admin on Oct 11 2024
गुर्दे की पथरी पर डॉ. अरुण कुमार सिंह का परामर्श

नई दिल्ली : बेंगलुरु के प्रसिद्ध होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने गुर्दे में पथरी (किडनी स्टोन) की समस्या के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि आजकल गुर्दे में पथरी होना एक आम समस्या बन गई है, और ऐसे में तुरंत एक अच्छे होमियोपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। यह न केवल बिना सर्जरी के किडनी स्टोन को आसानी से निकालने में मदद करता है, बल्कि गुर्दे के संक्रमण से भी बचाव करता है।

गुर्दे में पथरी बनने के कई कारण होते हैं। सबसे पहले, कम मात्रा में पानी पीने (डीहाइड्रेशन) को मुख्य कारण बताया गया है। यह गुर्दे में पथरी बनने का एक प्रमुख कारक है। इसके अलावा, यूरीन में केमिकल की अधिकता और मिनरल्स की कमी भी पथरी बनने में योगदान देते हैं। डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि विटामिन डी की अधिकता गुर्दे की पथरी का एक और कारण हो सकती है। जंक फूड का अधिक सेवन भी पथरी के जोखिम को बढ़ाता है, जिससे लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं।

डॉ. सिंह ने गुर्दे में पथरी के लक्षणों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। मूत्र त्याग के समय दर्द होना, पीठ के निचले हिस्से और पेट में ऐंठन और दर्द, मूत्र में कभी-कभी रक्त का आना, जी मिचलाना और उल्टी होना, दुर्गन्धयुक्त पेशाब, बार-बार पेशाब आना लेकिन खुलकर नहीं आना, और बुखार और ठंड लगने के साथ पसीना आना जैसे लक्षण गुर्दे में पथरी के संकेत हो सकते हैं।

इन लक्षणों के होने पर तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेना आवश्यक है, ताकि समस्या को समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार किया जा सके। डॉ. सिंह के अनुसार, होमियोपैथिक चिकित्सा इस स्थिति में बहुत प्रभावी हो सकती है, और सही उपचार के माध्यम से गुर्दे की पथरी से मुक्ति पाई जा सकती है।