एम. एम पब्लिक स्कूल के प्रयोजन में बिहार गुरु शिक्षा सम्मान का आयोजन

  • Post By Admin on Mar 17 2024
एम. एम पब्लिक स्कूल के प्रयोजन में बिहार गुरु शिक्षा सम्मान का आयोजन

मुजफ्फरपुर : जिले के एक निजी होटल के सभागार में मुजफ्फरपुर एजुकेशन समिट का आयोजन किया गया। बिहार गुरु के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा, पंडित कमलापति त्रिपाठी, डॉ. संगीता शाही, डॉ. नवल किशोर चौधरी, मुकेश त्रिपाठी, सुधीर कुमार सिंह ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की । इस समारोह का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ करना था। इस अवसर पर आयोजक अविनाश तिरंगा ने बताया कि इस कार्यक्रम का लक्ष्य बिहार के बच्चों को बेहतर विद्यालय प्रदान करना है और मुजफ्फरपुर को उत्तर बिहार का शिक्षा हब बनाने का प्रयास करना है।

इस महोत्सव के दौरान, शहर के 50 शिक्षाविदों को बिहार गुरु के द्वारा "आइकॉन ऑफ एजुकेशन अवार्ड" से सम्मानित किया गया। इस उत्सव में रेडिएंट से स्वेत प्रकाश, न्यू एजुकेशन पथ से सिद्धांत कुमार, सुधांशु कुमार, मनोज पाण्डेय, विकास शुक्ला समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे । समारोह के संचालन में अखिलेश चन्द्र राय एवं अनिल विद्रोही ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

इस खास अवसर पर अविनाश तिरंगा ने यह भी बताया कि इस समिट में स्कूली शिक्षा के लिए प्रदेश से बाहर जाने वाले बच्चों के लिए बेहतर विद्यालय उपलब्ध कराने का एक महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहा है। यह इन बच्चों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के लिए संवेदनशील करने का भी एक प्रयास है।

यह समारोह न केवल शिक्षा क्षेत्र के लिए बल्कि समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे विद्यार्थियों को उनके अध्ययन में प्रेरित किया जा सकता है और उन्हें एक बेहतर भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। कार्यक्रम प्रायोजक एम. एम पब्लिक रेजिडेंशियल स्कूल, हरियाणा के द्वारा शिक्षा जगत में सुधार की बात कही गई। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य कम पैसे में बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना था ।  कार्यक्रम के मौके पर एम. एम पब्लिक रेजिडेंशियल स्कूल, हरियाणा के निदेशक के साथ शहर के कई प्रतिष्ठित विद्यालय के निदेशक गण भी मौजूद रहे । विद्यालय के चेयरमैन ने कहा कि "एम एम पब्लिक स्कूल शिक्षा क्षेत्र के रूप में एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें 'शिक्षा' नई अर्थ धारित कर रही है और और व्यापक आयामों को छू रही है। स्कूल एक नई पीढ़ी के छात्रों को एक ऐसे प्रकार के विशेष व्यक्तित्वों के रूप में रूपांतरित करने के चुनौती के साथ जीवन कौशल अनिवार्य होने की चुनौती से भी विचलित है। हर छात्र को सशक्त बनाना और उसकी समझ को बनाए रखना स्कूल प्रणाली का एक अभिन्न हिस्सा बनाता है।"