जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विद्यार्थियों की उपस्थिति व शिक्षा में सुधार हेतु हुई बैठक

  • Post By Admin on Jan 15 2025
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विद्यार्थियों की उपस्थिति व शिक्षा में सुधार हेतु हुई बैठक

मुजफ्फरपुर : जिले के विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने और शैक्षणिक स्थिति में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय सभागार में बैठक का आयोजन किया। 

इस बैठक में डीईओ, बीईओ, डीपीओ, बीआरपी और सभी प्रखंडों के विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को बुलाया गया। इस बैठक का उद्देश्य स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाना और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाना था।

बैठक में बेस्ट परफॉर्मिंग विद्यालय के प्रधानाध्यापक से उनकी सफलता की कहानी साझा की गई। वर्स्ट परफॉर्मिंग विद्यालय के प्रधानाध्यापक से उनकी समस्याओं और कमियों पर चर्चा की गई ताकि बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए सकारात्मक कदम उठाए जा सकें।

बेस्ट परफॉर्मिंग एचएम से उनकी सफलता के कारणों को जानने के बाद उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। जैसे बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए माता-पिता से नियमित संपर्क रखना और शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए रचनात्मक पहल करना, सभी 16 प्रखंडों से आए एचएम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। 

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगले माह 4-5 एचएम से प्रजेंटेशन भी कराए जाएं ताकि उनके द्वारा किए गए कार्यों को अन्य एचएम के लिए प्रेरणा स्रोत बनाया जा सके।

मुरौल स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरधा के एचएम जीतेश कुमार ने बताया कि उनके विद्यालय में 75% बच्चों की उपस्थिति है। साथ ही उन्होंने बताया कि अब तक उनके विद्यालय से 5 बच्चे नवोदय विद्यालय में चयनित हो चुके हैं और नेशनल स्कॉलरशिप में भी छात्रों का चयन हुआ है।

बोचहा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरवानीचक के एचएम श्यामनंदन सिंह ने बताया कि उनके विद्यालय में 80% उपस्थिति है और बच्चों ने विज्ञान प्रदर्शनी में भी बेहतर प्रदर्शन किया है।

बैठक में कुछ विद्यालयों ने शौचालय की कमी को प्रमुख कारण बताया। जिससे छात्रों की उपस्थिति में कमी आई। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि ऐसे विद्यालयों को चिन्हित कर विशेष अभियान चलाया जाए और समयबद्ध तरीके से शौचालय का निर्माण किया जाए।

जिलाधिकारी ने सभी एचएम और बीईओ को हिदायत दी कि न्यूनतम 65-70% उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। इसके लिए फरवरी माह तक टाइमलाइन निर्धारित की गई है। मार्च से लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और एचएम के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

जिलाधिकारी ने क्वालिटी बेस्ड स्कूल इंस्पेक्शन करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को अगले निरीक्षण में सुधार के रूप में देखा जाना चाहिए। जैसे बच्चों की उपस्थिति, शिक्षकों की समय पर उपस्थिति, पढ़ाई के स्तर, साफ-सफाई और शौचालय की स्थिति।

बैठक में बेंच डेस्क और समरसेबल कार्य में की गई अनियमितता को गंभीरता से लिया गया। जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच कमिटी गठित करने का आदेश दिया, जो फर्जी वाउचर की जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।