संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत, आंध्रप्रदेश से लेकर बिहार तक की पुलिस ने नहीं दर्ज की एफ.आई.आर.
- Post By Admin on Aug 30 2024

• मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा दर्ज, पीड़ित परिवार की ओर से पैरवी कर रहे हैं मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा
मुजफ्फरपुर : जिले के पानापुर करियात थाना क्षेत्र के बलहा गाँव निवासी रीता देवी के पुत्र उत्तम कुमार शर्मा के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस की लापरवाही ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। उत्तम कुमार शर्मा पिछले तीन वर्षों से आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले के टुनी टाउन थाना क्षेत्र के फूड एंड फैमिली रेस्टोरेंट में काम कर रहा था। रेस्टोरेंट के मालिक रमेश अन्ना के पास उत्तम का 5 लाख रुपये का पारिश्रमिक बकाया था, जिसे देने से वह लगातार इनकार कर रहा था। इसके अलावा, रेस्टोरेंट में काम करने वाले एक अन्य कर्मचारी राजू कैप्टन ने भी उत्तम से 2 लाख रुपये उधार लिए थे।
उत्तम 10 जून 2024 को अपने घर लौटने वाला था, लेकिन 9 जून 2024 की रात से ही वह लापता हो गया। परिजनों ने इसकी सूचना टुनी टाउन थाने की पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद 26 जून 2024 को रेस्टोरेंट के बगल के कुएँ से उत्तम का शव बरामद हुआ।
परिजनों ने लगातार पुलिस से प्राथमिकी दर्ज करने की अपील की, लेकिन आंध्र प्रदेश की पुलिस ने एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की। थक-हारकर परिजन जीरो एफ.आई.आर. दर्ज कराने के लिए पानापुर करियात थाना पहुंचे, लेकिन वहाँ भी जीरो एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की गई।
अंततः परिजनों ने मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के. झा के माध्यम से रमेश अन्ना और राजू कैप्टन के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले की सुनवाई 12 सितम्बर को होगी।
अधिवक्ता एस.के. झा ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का प्रतीत होता है और यदि सही तरीके से पुलिस द्वारा जांच की जाए, तो सच्चाई सामने आ सकती है। उन्होंने पानापुर करियात की पुलिस द्वारा जीरो एफ.आई.आर. दर्ज न करने को अत्यंत दुःखद बताया और कहा कि उन्हें न्यायालय पर पूरा विश्वास है कि पीड़ित परिवार को न्याय अवश्य मिलेगा।
यह मामला न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है, बल्कि न्याय व्यवस्था के प्रति भी लोगों की उम्मीदों को झकझोरता है। न्याय की इस लड़ाई में अब सबकी नजरें मुजफ्फरपुर कोर्ट पर टिकी हैं।