वांछित नक्सली अशोक कोड़ा गिरफ्तार, दो नक्सल कांडों में था फरार
- Post By Admin on Mar 03 2025

लखीसराय : पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। दरअसल गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस उपाधीक्षक (साईबर) के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी अभियान चलाया गया, जिसके तहत एक वांछित नक्सली अशोक कोड़ा को गिरफ्तार किया गया। यह कार्यवाही कजरा और पीरीबाजार थाना क्षेत्रों के नयकाटोला और हनुमानस्थान इलाकों में की गई।
गिरफ्तार नक्सली का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार नक्सली की पहचान अशोक कोड़ा उर्फ भगलु कोड़ा उर्फ गोंगा, पिता-मंगर कोड़ा के रूप में हुई है। वह वर्ष 2013 से नक्सली गतिविधियों में संलिप्त था और विभिन्न नक्सल घटनाओं में शामिल था। विशेषकर, वह नक्सली दस्तों में शामिल होकर पुलिस और सुरक्षा बलों की गतिविधियों की सूचना नक्सलियों तक पहुंचाता था और नक्सलियों को आवश्यक सामग्री जुटाकर उन्हें सप्लाई करने का कार्य करता था।
छापामारी अभियान की सफल कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में और पुलिस उपाधीक्षक (साईबर) के नेतृत्व में बीते 02 मार्च 2025 को D/16 BN SSB कंपनी कजरा, अभियान दल-पीरीबाजार और थाना-पीरीबाजार तथा चानन पुलिस बल द्वारा कजरा/पीरीबाजार थानान्तर्गत सघन छापामारी की गई। जैसे ही छापामारी दल हनुमानस्थान क्षेत्र में पहुंचा, उन्हें एक संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधि दिखाई दी। जब उस व्यक्ति ने पुलिस दल को देखा, तो वह भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए उसे पकड़ लिया और पूछताछ करने पर उसकी पहचान अशोक कोड़ा के रूप में हुई।
अशोक कोड़ा पर दो बड़े नक्सल कांड हैं दर्ज
चानन थाना कांड सं0-33 / 13 (13.06.2013) : उसने धनबाद पटना इंटरसिटी ट्रेन पर हमलावरों द्वारा हमला किया गया था, जिसमें आर.पी.एस.एफ. के एक जवान सहित दो अन्य लोगों की हत्या कर दी गई थी और कई लोग घायल हुए थे। उग्रवादियों ने इस हमले के दौरान AK-47 सहित अन्य हथियारों की लूट की थी।
चानन थाना कांड सं0-34/13 (14.06.2013) : इस मामले में उग्रवादियों द्वारा पुलिस बल पर हमला करने और हथियार लूटने की कोशिश की गई थी। पुलिस बल को जान से मारने के उद्देश्य से विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था।
गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ कार्यवाही
गिरफ्तार नक्सली अशोक कोड़ा को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पुलिस ने इस कार्यवाही के बाद कहा कि नक्सली गतिविधियों के खिलाफ उनका अभियान लगातार जारी रहेगा और इस तरह की गिरफ्तारी से अपराधियों में कानून का डर पैदा होगा।