फरार बदमाशों को पुलिस ने बताई हैसियत, रखा पांच-पांच रुपये का इनाम

  • Post By Admin on Oct 24 2024
फरार बदमाशों को पुलिस ने बताई हैसियत, रखा पांच-पांच रुपये का इनाम

दिनेशपुर : आमतौर पर फरार अपराधियों के धरपकड़ के लिए पुलिस उनके सिर पर मोटा ईनाम रखती है। जिसके सिर पर जितना बड़ा ईनाम होगा उसके रुतबे का अंदाजा उसी हिसाब से लगाया जाता है। बदमाश भी ईनामी राशि से खुद को बड़ा रसूख वाला समझ बैठते हैं। यानी कि जिस बदमाश पर जितना अधिक इनाम उस बदमाश का कद भी उतना ही बड़ा मना जाता है। 

लेकिन उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर पुलिस ने ऐसे कुख्यातों की दहशत कम करने का नया तरीका निकाला है। दिनेशपुर में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने फायरिंग के मामले में फरार चल रहे तीन बदमाशों पर मात्र 5 - 5 रुपए का ईनाम रखकर उनके पोस्टर छपवाए हैं। घोषित इनाम की इस राशि को सुनकर हर कोई हैरत में पड़ा हुआ है। 

अमूमन आपराधिक वारदातों में फरार रहने पर एसएसपी की ओर से अभियुक्त पर ढाई हजार रुपये से 25 हजार रुपये तक का इनाम रखा जाता है। कई बार इनामी घोषित होने के बाद बदमाश खुद को बड़ा अपराधी मानते हुए लोगों को डराने और रौब जमाने का कार्य करते रहे हैं। एसएसपी ने ऐसे अपराधियों को सबक देने लिए नया तरीका निकाला है। अब ऐसे अपराधियों को समाज में उनकी हैसियत बताने के लिए मामूली इनाम रखा जाएगा।

क्या है पूरा मामला : 

उत्तराखंड के दिनेशपुर के जाफरपुर में 40 राउंड फायरिंग से बवाल हो गया था। पुरानी रंजिश को लेकर बीते दिनों दिनेशपुर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा था। वारदात के बाद तीनों आरोपी फरार हैं। सोमवार को पुलिस ने तीनों पर महज पांच-पांच रुपए का इनाम घोषित कर दिया। 

पुलिस के मुताबिक, फायरिंग के मामले में फरार आरोपी रुद्रपुर के अर्जुनपुर निवासी जसवीर सिंह पुत्र अमरजीत सिंह, नेताजी नगर दिनेशपुर निवासी मनमोहन सिंह पुत्र जगवीर सिंह और गज्जीपुरा जिला रामपुर (यूपी) निवासी साहब सिंह पुत्र जसवंत सिंह पर पांच-पांच रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

बदमाशों को जल्द सिखाई जाएगी सबक : 

ऊधम सिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि अपराधियों की इतनी ही हैसियत है। पुलिस इस छोटे से इनाम के जरिए बदमाशों की औकात से जनता को रूबरू कराना चाहती है। इसीलिए बदमाशों पर महज पांच-पांच रुपये इनाम रखा गया है।

उन्होंने आगे कहा कि, बदमाशों को पुलिस जल्द ही सबक सिखाएगी। बदमाश चाहे पाताल में भी क्यों न छिप जाएं उन्हें खोजकर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।