फर्जी नौकरी गिरोह का पर्दाफाश, एक शातिर आरोपी गिरफ्तार

  • Post By Admin on Sep 16 2024
फर्जी नौकरी गिरोह का पर्दाफाश, एक शातिर आरोपी गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक बड़े फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के एक शातिर सदस्य को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह पर बिहार और अन्य राज्यों में बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का आरोप है। गिरोह ने रेलवे, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL), और एफसीआई जैसी प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है।

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां

सोमवार को मामले की जानकारी देते हुए एएसपी टाउन भानु प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने व्यापक स्तर पर छापेमारी की। इस दौरान बोकारो और सासाराम से बड़ी सफलता मिली। बोकारो में रैकेट के मुख्य सरगना सचिंद्र शर्मा उर्फ 'दादा' द्वारा लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाने का वादा किया जाता था। गिरोह न केवल झूठे नियुक्ति पत्र जारी करता था, बल्कि मेडिकल परीक्षण के लिए बोकारो के सेल (SAIL) प्लांट भेजने की भी योजना बनाता था। 

बोकारो से गिरफ्तार किए गए आरोपी अमित कुमार उर्फ 'लव' को पुलिस ने 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसमें कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। अमित कुमार के पास से सेल (SAIL) का फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया गया है, जिसे सचिंद्र शर्मा द्वारा जारी किया गया था। पुलिस जांच में अमित के खिलाफ तीन अन्य मामलों में भी संलिप्तता पाई गई है, जिनमें लाजपत नगर, बीएससीटी, और हरला थानों में दर्ज केस शामिल हैं।

सासाराम में भी बड़ी सफलता

सासाराम में की गई छापेमारी में पुलिस को रैकेट से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। वहां एक फर्जी ट्रेनिंग सेंटर चलाया जा रहा था, जहां नौकरी के इच्छुक युवाओं को ट्रेनिंग दी जाती थी। पुलिस ने मौके से फर्जी रेलवे पहचान पत्र, स्टाम्प पैड, रेलवे से संबंधित इंडेक्स, और कई अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। इन दस्तावेजों से साफ संकेत मिलता है कि गिरोह बड़े स्तर पर लोगों को ठगने का काम कर रहा था।

मशहूर भजन गायिका का भी नाम आया सामने

इस मामले में एक चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आई है कि फर्जीवाड़े में भजन गायिका सोनू मुस्कान का भी नाम जुड़ा हुआ है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। हालांकि, अभी जांच पूरी नहीं हुई है और पुलिस मामले की तह तक जाने में जुटी हुई है।

पुलिस का कहना है कि यह गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था और इसमें शामिल लोगों की सही संख्या का पता लगाना फिलहाल मुश्किल है। जांच जारी है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है।