मुजफ्फरपुर में जलवायु अनुकूलन और न्यून कार्बन उत्सर्जन पर कार्यशाला आयोजित

  • Post By Admin on Aug 22 2024
मुजफ्फरपुर में जलवायु अनुकूलन और न्यून कार्बन उत्सर्जन पर कार्यशाला आयोजित

मुजफ्फरपुर : बुधवार को मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में 'बिहार राज्य की जलवायु अनुकूलन एवं न्यून कार्बन उत्सर्जन विकास रणनीति' के क्रियान्वयन पर केंद्रित एक प्रमंडलीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य बिहार को कार्बन न्यूट्रल राज्य बनाने की दिशा में स्थानीय स्तर पर आवश्यक क्षमताओं का विकास करना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुजफ्फरपुर के उप विकास आयुक्त श्री आशुतोष द्विवेदी की अध्यक्षता में हुआ। उन्होंने अपने उद्घाटन संबोधन में विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए दोनों को समान महत्व दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में "वैश्विक दृष्टिकोण के साथ स्थानीय कार्यवाही" की आवश्यकता है, क्योंकि नीतियां वैश्विक स्तर पर बनती हैं लेकिन उनका क्रियान्वयन स्थानीय स्तर पर होना चाहिए।

मुजफ्फरपुर के अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) श्री मनोज कुमार ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि बिहार ने हाल के वर्षों में बुनियादी ढांचा विकास और ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, लेकिन जलवायु-अनुकूल विकास को अपनाने की आवश्यकता अब पहले से अधिक है। उन्होंने बताया कि जल जीवन हरियाली जैसी योजनाएं पहले से ही लागू की जा रही हैं, जो सतत विकास को सुनिश्चित करने में सहायक हैं।

बेतिया वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री अतिश कुमार ने सामूहिक प्रयासों पर जोर देते हुए कहा कि पर्यावरणीय विचारों को सभी विकास परियोजनाओं में शामिल किया जाना चाहिए। मुजफ्फरपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री भरत चित पल्ली ने कहा कि मनुष्यों को, जो खाद्य श्रृंखला में शीर्ष पर हैं, सभी जीवित प्राणियों के लिए एक सतत भविष्य सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

सीतामढ़ी वन प्रमंडल पदाधिकारी डॉ अमिता राज ने कार्बन उत्सर्जन में हो रही वृद्धि के मद्देनजर पेड़ों के संरक्षण की महत्वपूर्णता पर बल दिया। मोतिहारी वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री राज कुमार शर्मा ने विकास कार्यों के दौरान वृक्षों की सुरक्षा के लिए अंतर-विभागीय समन्वय की आवश्यकता पर ध्यान दिलाया। बेतिया नगर आयुक्त श्री शंभू कुमार ने अपशिष्ट प्रबंधन और पुनर्चक्रण को कार्बन उत्सर्जन और प्रदूषण को कम करने की रणनीति के रूप में प्रस्तुत किया।

कार्यशाला में डब्लू.आर.आई. इंडिया के कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. शशिधर कुमार झा और श्री मणि भूषण कुमार झा ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य राज्य की जलवायु अनुकूलन और न्यून कार्बन उत्सर्जन विकास रणनीति को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए स्थानीय हितधारकों को संवेदनशील बनाना और क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों की पहचान कर उनका समाधान खोजना है।

कार्यशाला के अंत में वरीय उप-समाहर्ता, मुजफ्फरपुर, डॉ अर्चना कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद के क्षेत्रीय पदाधिकारी श्री एस.एन. ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे। अगली प्रमंडलीय कार्यशाला गुरुवार को छपरा में आयोजित की जाएगी।