उज्ज्वला शिक्षा मिशन और औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना का शुभारंभ

  • Post By Admin on Dec 31 2024
उज्ज्वला शिक्षा मिशन और औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना का शुभारंभ

बिजनौर : जिले के विभिन्न पंचायतों में लघु उद्योग विकास परिषद द्वारा संचालित 'उज्ज्वला शिक्षा मिशन' और 'औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना' का भव्य शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री एस.के. ठाकुर ने की। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बच्चों और महिलाओं को शिक्षा व स्वरोजगार के जरिए आत्मनिर्भर बनाना है।  

श्री ठाकुर ने अपने संबोधन में 'उज्ज्वला शिक्षा मिशन' को ग्रामीण बच्चों के शैक्षिक विकास की दिशा में अहम कदम बताया। इस योजना के तहत पंचायत स्तर पर बच्चों को हर दिन दो घंटे की ट्यूशन सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण बच्चों का शैक्षिक स्तर अन्य क्षेत्रों की तुलना में कमजोर पाया गया है, जिसे यह पहल दूर करने का प्रयास करेगी।  

इसके साथ ही 'औद्योगिक प्रशिक्षण महिला विकास योजना' के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई और पेंटिंग जैसे कौशलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्री ठाकुर ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को जरूरी उपकरण और कच्चा माल प्रदान किया जाएगा। उनकी बनाई वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री का प्रबंधन भी परिषद करेगी, जिससे ग्रामीण महिलाएं सीधे बाजार से जुड़ सकें।  

श्री ठाकुर ने कहा, "हमारा उद्देश्य प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के विजन को साकार करना है। हर हाथ को काम और हर घर को रोजगार देने के लिए परिषद लगातार नई योजनाओं पर काम कर रही है।" उन्होंने आगामी समय में 15 नई योजनाओं को शुरू करने की घोषणा भी की। इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की जनता से अपील के साथ उन्होंने भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के क्षेत्रों में ठोस प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।  

कार्यक्रम में परिषद के प्रोजेक्ट हेड गौरव शुक्ला, भानु प्रताप, जिला निर्देशक महेश कुमार, जिला पर्यवेक्षिका देवकी, प्रखंड निर्देशक टिकिम सिंह, रामनिवास सिंह, पुखराज सिंह, गौतम कुमार, अमन, यश राज, ब्लाक पर्यवेक्षिका उर्मिला देवी, पिंकी कुमारी, रुचि, दानवती, पंचायत विकास प्रबंधक वीरेंद्र पाल, संजीव कुमार, अरविंद कुमार, कैलाश सिंह, पंचायत शिक्षिका कुसुम देवी, सोनिका, उर्मिला, अंशिका समेत कई गणमान्य  व्यक्ति उपस्थित रहे। इन सभी ने ग्रामीणों को इन योजनाओं के लाभों की जानकारी दी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।  

इस कार्यक्रम को ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए एक नई दिशा के रूप में देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने इन योजनाओं के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगी।