सावित्रीबाई फुले जयंती पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित

  • Post By Admin on Jan 04 2025
सावित्रीबाई फुले जयंती पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित

लखीसराय : भारत की प्रथम महिला शिक्षिका और समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले के जन्मदिवस पर पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता के लिए समर्पित संगठन पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण अभियान का आयोजन किया। यह कार्यक्रम पटना महानगर के राजेंद्र नगर स्थित शाखा मैदान परिसर में संपन्न हुआ। अभियान का नेतृत्व संगठन के प्रांत पर्यावरण प्रहरी सुजीत कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर पर्यावरण भारती के संस्थापक और प्रांत संयोजक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि यह अभियान केवल पौधारोपण तक सीमित नहीं है, बल्कि 2025 के प्रयागराज महाकुंभ को "हरित कुंभ" बनाने के उद्देश्य से जागरूकता फैलाने का भी एक प्रयास है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि, "महाकुंभ त्रिवेणी में स्नान करें, लेकिन कचरा न फैलाएं। कपड़े के थैले और स्टील की थाली का दान करें और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें।" श्री शाण्डिल्य ने सावित्रीबाई फुले के ऐतिहासिक योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 1 जनवरी 1848 को भारत का पहला बालिका विद्यालय खोला। समाज के विरोध के बावजूद, उन्होंने नारी शिक्षा, विधवा विवाह और छुआछूत मिटाने जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी कार्य किए। उनके विचारों को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, "शिक्षा ही नारी का सच्चा गहना है।" कार्यक्रम के दौरान सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके सम्मान में पुणे विश्वविद्यालय का नाम "सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय" रखा गया और 1998 में भारत सरकार ने उनके नाम पर डाक टिकट भी जारी किया। इस अभियान में संगठन के कई सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इनमें सुजीत कुमार सिंह, नीरज नयन, अविनाश भारद्वाज, मोहन सिंह, हरि सिंह, रणजीत कुमार, आदित्य तिवारी, हर्षवर्धन चौधरी, चंदन कुमार, सचिन कुमार सिंह, अक्षय श्लोक, आशीष कुमार और आर्यन कुमार का विशेष योगदान रहा। पर्यावरण भारती ने इस अभियान के जरिए सावित्रीबाई फुले के जन्मदिवस को न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बनाया, बल्कि उनके योगदान को समाज के लिए प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया। संगठन ने इस अवसर पर पर्यावरण और शिक्षा के क्षेत्र में उनके संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।