आज शिक्षा को पुनर्जीवित करने का समय : डॉ. सुधांशु कूमार
- Post By Admin on Nov 23 2024

पटना : आज शिक्षा के क्षेत्र में बिहार सबसे निचले पायदान पर है। जिसे पुनर्जीवित करने का समय आ गया है। जब तक शिक्षक संपूर्ण संकल्प शक्ति के साथ काम नहीं करेंगे, तब तक यह संभव नहीं है। आज समय आ गया है कि शिक्षक अपने काम को नौकरी नहीं बल्कि राष्ट्र सेवा के रूप में संपूर्ण ऊर्जा और समर्पण के साथ अंजाम दें। शिक्षा के क्षेत्र में सबसे निचले पायदान पर स्थित बिहार शिक्षकों की तरफ बड़ी उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है।
उक्त बातें प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय, मसौढ़ी में पटना जिला के विभिन्न प्रखंडों से आए नौवीं-दसवीं कक्षा के शिक्षकों के छ: दिवसीय प्रशिक्षण चर्चा के समापन सत्र में सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के अकादमिक प्रमुख व व्यंग्यकार डॉ. सुधांशु कुमार ने कही । प्रभारी प्राचार्या डॉ. श्वेता सोनाली ने कहा कि शिक्षक का दायित्व महज कक्षा तक ही नहीं सीमित होता बल्कि उससे कहीं अधिक होता है। शिक्षक का दायित्व सबसे बड़ा होता है।
इसी क्रम में महाविद्यालय में प्रशिक्षणरत शिक्षकों ने भी संकल्प लिया कि हम सभी हर हाल में कोशिश करेंगे कि बिहार शैक्षणिक क्षेत्र में पुनः ऊंचाई को प्राप्त करेगा। इस अवसर पर करुणाकांत मिश्रा, आशुतोष कुमार मिश्रा, नंद किशोर पाठक ने डॉ. सुधांशु कुमार को अंगवस्त्र एवं माला से सम्मानित किया। इस अवसर पर गोपाल कुमार, अवधेश कुमार, एम.एम. ढाकवी, आशुतोष कुमार कौशल आदि शिक्षकों के साथ वरीय व्याख्याता शशिबाला कुमारी, मौसम कुमारी, जयपाल कुमार, मधुबाला कुमारी आदि भी मौजूद रहे। समापन सत्र में सभी शिक्षकों को प्रमाणपत्र भी दिया गया ।