बांसुरी वादन व कत्थक नृत्य की प्रस्तुति से हुआ दो दिवसीय संगीत महोत्सव का समापन

  • Post By Admin on May 19 2024
बांसुरी वादन व कत्थक नृत्य की प्रस्तुति से हुआ दो दिवसीय संगीत महोत्सव का समापन

पटना : सांस्कृतिक संस्था त्रिवेणी कला केन्द्र, पटना द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से दिनांक 18 मई और 19 मई, 2024 तक 2 दिवसीय “संगीताचार्य पंडित हीरालाल मिश्र सम्मान एवं संगीत महोत्सव” का आयोजन प्रेमचंद रंगशाला, पटना में किया गया। आज महोत्सव के समापन सत्र में दूरदर्शन केंद्र, पटना के निदेशक श्री राज कुमार नाहर, विशिष्ट अतिथि के रूप में कृष्णा निकेता, पटना के सचिव डॉ. कुमार अरुणोदय तथा मुख्य अतिथि के रूप में श्री अंशुल कुमार पाण्डेय, अधिवक्ता, पटना हाईकोर्ट, संस्था के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार, सचिव श्री विजय कुमार मिश्रा तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। श्रीमती सोमा चक्रवर्ती ने कार्यक्रम की उद्घोषणा की।      

आज के कार्यक्रम में मो. सलीम द्वारा बांसुरी वादन की प्रस्तुति की गई, जिसमें योगेश्वर मिश्र तबला पर संगत दे रहे थे। इसके बाद श्री शान्तनु राय एवं श्री संगीत पाठक द्वारा तबला एवं पखावज की जुगलबंदी पेश की गई। इसमें संतोष कुमार हारमोनियम पर लहरा संगत कर रहे थे। इस वर्ष के महोत्सव की अंतिम प्रस्तुति श्रीमती मानसी श्रीवास्तव एवं मो. शाहिद आलम द्वारा कत्थक नृत्य का प्रदर्शन था।

महोत्सव के आयोजन से समापन तक विभिन्न प्रभारियों ने अपना योगदान दिया जिनमें रॉबिन (प्रिंटिंग), देव कुमार (प्रकाश), अमित राज (ध्वनि एवं विद्युत), यशश्री मिश्रा (प्रेक्षागृह), अंजारूल हक व आर्दश रंजन (सूचना प्रभार), देवोश्री कुमारी (प्रेक्षागृह सज्जा), विजय कुमार मिश्रा (महोत्सव संयोजक) ने महत्ती भूमिका निभाई। साथ ही लोक पंच, प्रेमचंद रंगशाला, बिहार संगीत नाटक अकादेमी, मृत्युंजय कुमार मिश्र, लीडर ऑटो सेल्स प्राइवेट लिमिटेड, महिंद्रा, श्रीराम स्कूल ऑफ़ कॉमर्स, आमंत्रित कलाकार एवं महोत्सव से जुड़े समस्त लोगों ने अपना योगदान दिया।

कार्यक्रम के अंत में संस्था के सचिव श्री विजय कुमार मिश्रा ने सभी दर्शकों, आमंत्रित कलाकारों तथा महोत्सव से प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी कलाकारों तथा कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा अगले वर्ष पुनः महोत्सव आयोजित करने की सूचना देकर इस वर्ष के “संगीताचार्य पंडित हीरालाल मिश्र सम्मान एवं संगीत महोत्सव” का समापन किया।