अतिथि प्राध्यापकों के जनसंपर्क अभियान का दूसरा दिन

  • Post By Admin on Nov 23 2024
अतिथि प्राध्यापकों के जनसंपर्क अभियान का दूसरा दिन

पटना : बिहार राज्य विश्वविद्यालय अतिथि सहायक प्राध्यापक संघ के नेतृत्व में सभी विश्वविद्यालयों के अतिथि प्राध्यापकों का शिष्टमंडल शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह एवं बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ से मुलाकात किए। इस मुलाकात में शिष्टमंडल ने बिहार के विश्वविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की सेवा नियमितीकरण के लिए अपना पक्ष रखा। शिष्टमंडल ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति यूजीसी और बिहार सरकार के नियमों एवं परिनियमों के अनुसार की गई है। इन अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए विश्वविद्यालय चयन समिति द्वारा इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया में सभी मानकों का ध्यान रखा गया है। 

संघ के प्रतिनिधियों ने बताया कि बिहार में इससे पूर्व भी अस्थाई और पार्ट टाइम शिक्षकों का समायोजन किया गया है। अन्य राज्यों जैसे बंगाल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और हाल के दिनों में झारखंड में भी अतिथि शिक्षकों की सेवाओं का समायोजन और नियमितीकरण किया गया है। शिक्षा मंत्री एवं विधान परिषद के सदस्यों ने शिष्टमंडल को भरोसा दिलाया कि अतिथि शिक्षकों की सेवा को सुरक्षित करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। शिष्टमंडल में बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय संघ के संयोजक डॉ. सर्वेश्वर कुमार सिंह, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. संजय कुमार यादव, डॉ. रामानंद कुमार, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद, एलएमएनयू के अध्यक्ष डॉ. बच्चा रजक, डॉ. शैलेंद्र ठाकुर, डॉ. सुमन पोद्दार, डॉ. अखिलेश कुमार, संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा के अध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार निराला, जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के अध्यक्ष डॉ. हरिमोहन शामिल थे। 

बिहार विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. ललित किशोर ने कहा कि इस मुलाकात का उद्देश्य बिहार के विश्वविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की स्थिति को मजबूत करना और उनके स्थाई रूप से सेवा समायोजन की दिशा में सकारात्मक कदम उठाना है। राज्य स्तरीय संघ ने आशा जताई है कि उनके प्रयासों का फल शीघ्र ही देखने को मिलेगा।