स्वास्थ्य और आईसीडीएस योजनाओं की समीक्षा, सिजेरियन ऑपरेशन और एंबुलेंस सुविधा में सुधार
- Post By Admin on Nov 15 2024

मुजफ्फरपुर : जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस (इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विसेज) द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में अधिकारियों को सरकारी दिशानिर्देश और मानक के अनुरूप सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा करने और शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिया गया।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं और आईसीडीएस के तहत संचालित कार्यक्रमों का बारीकी से निरीक्षण किया गया। जिसमें टीकाकरण, एएनसी (एंटी-नैटल केयर), ओपीडी में इलाज की स्थिति, पैथोलॉजिकल जांच, एक्स-रे जांच, आईपीडी (इंटरनल पैटियंट) और संस्थागत प्रसव की समीक्षा की गई। इसके अलावा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच, पोषाहार वितरण और परवरिश योजना जैसी योजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा की गई।
मीनापुर में सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा शुरू
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मीनापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं के लिए सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा शुरू होने की जानकारी दी गई। अब मीनापुर और उसके आसपास के दूरदराज इलाकों की गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी और उन्हें वृहद राशि खर्च करने के बिना सरकारी मानक के अनुरूप सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। जिलाधिकारी ने मीनापुर स्वास्थ्य टीम की सराहना की और सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा को अन्य 7 प्रखंडों में भी जल्द लागू करने के निर्देश दिए। जिसमें मुसहरी, कांटी, साहेबगंज, गायघाट, कुढ़नी, मोतीपुर, पारू और मुरौल शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस सुविधा में सुधार
बैठक में मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत जिले में 14 एंबुलेंस की खरीदारी की जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इन एंबुलेंस को स्थानीय पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) से जोड़कर ग्रामीण मरीजों को सुविधाजनक और सस्ती परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इससे दूरस्थ गांवों के गरीब मरीजों को पीएचसी आने-जाने में कोई कठिनाई नहीं होगी और वे सरकारी इलाज का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
बिहार में पहला माइक्रोबायोलॉजी लैब स्थापित
इस अवसर पर यह भी जानकारी दी गई कि मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में बिहार का पहला माइक्रोबायोलॉजी लैब कार्यरत है, जो 125 प्रकार के पैथोलॉजिकल टेस्ट करता है। इस सुविधा से मरीजों को सरकारी दामों पर उच्च गुणवत्ता वाली जांच मिल रही है।
टीकाकरण अभियान और स्वास्थ्य सेवाओं का मूल्यांकन
टीकाकरण अभियान की समीक्षा में काटा, औराई, बंदरा, और मीनापुर जैसे प्रखंडों में 116% से 104% तक की उपलब्धि पाई गई। जबकि कुछ प्रखंडों में उपलब्धि 90% से कम रही। जिलाधिकारी ने उन प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया। साथ ही टीकाकरण, एएनसी और हेल्थ वेलनेस सेंटर के कार्यों में सुधार लाने की आवश्यकता जताई।
आईसीडीएस योजनाओं की समीक्षा
आईसीडीएस के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए जिला प्रोग्राम अधिकारी को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक ब्लॉक में 5 सेंटर की जांच करें और सभी कार्यों की नियमित निगरानी करें। इसके अलावा पोषाहार वितरण में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया।
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत लाभार्थियों को जल्द से जल्द लाभ पहुंचाने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि सभी सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) को कार्य में सुधार लाने और स्वास्थ्य सेवा में कोई कमी न आने देने की सख्त हिदायत दी।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार, डीपीओ आईसीडीएस, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, डीसीएम सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। यह बैठक स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।