भारतीय भाषा दिवस पर विचार वीथिका का विमोचन, राज्यपाल ने किया डॉ. यतींद्र कटारिया का सम्मान

  • Post By Admin on Dec 13 2025
भारतीय भाषा दिवस पर विचार वीथिका का विमोचन, राज्यपाल ने किया डॉ. यतींद्र कटारिया का सम्मान

पटना : महाकवि सुब्रह्मण्यम भारती के जन्मदिवस पर मनाए गए भारतीय भाषा दिवस के अवसर पर राजभवन, पटना में एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हिन्दी सेवी एवं लेखक डॉ. यतींद्र कटारिया की नवीन पुस्तक ‘विचार वीथिका’ का विमोचन किया।

राज्यपाल ने हिन्दी के संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार में देश–विदेश में दिए जा रहे डॉ. कटारिया के उल्लेखनीय योगदान की सराहना करते हुए उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाएँ केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समन्वय की आधारशिला हैं। भाषा विविधता व्यक्तित्व निर्माण और मानसिक स्वास्थ्य का भी परिचायक है। राज्यपाल ने हिन्दी को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाते हुए सभी भारतीय भाषाओं के सम्मान और स्वाध्याय व चिंतन को जीवन का अभिन्न अंग बनाने पर बल दिया।

इस अवसर पर डॉ. यतींद्र कटारिया की साहित्यिक व भाषाई सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा गया कि समन्वय भाव से युक्त भाषाई व्यक्तित्व आज के समय की आवश्यकता है। भारत सरकार की राजभाषा सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में डॉ. कटारिया भाषा और संस्कृति के क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि साहित्य समाज और राष्ट्र को जोड़ने का सशक्त माध्यम है तथा ‘विचार वीथिका’ वैचारिक चेतना को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी।

अपने वक्तव्य में डॉ. यतींद्र कटारिया ने वैश्विक स्तर पर हिन्दी के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डाला और भारतीय भाषाओं की वैज्ञानिकता एवं समृद्ध ज्ञान परंपरा को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत की महान सांस्कृतिक विरासत के मूल में उसकी भाषाई विविधता और सशक्त ज्ञान परंपरा निहित है।

कार्यक्रम में डॉ. अखिलेश कुमार ने भी उपस्थित होकर डॉ. यतींद्र कटारिया को इस उपलब्धि पर बधाई दी।