गंगा बेसिन की समस्या और समाधान पर राष्ट्रीय विमर्श की तैयारी बैठक
- Post By Admin on Nov 18 2024

मुजफ्फरपुर : गंगा बेसिन की समस्या और उसके समाधान पर एक राष्ट्रीय विमर्श आयोजित करने की तैयारी बैठक रविवार को जिले के मझोलिया स्थित अनील प्रकाश के आवास पर हुई। इस बैठक की अध्यक्षता डॉ. विजय जयसवाल ने की। जिसमें गंगा मुक्ति आंदोलन, नदी बचाओ अभियान और सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधियों ने आगामी तीन दिवसीय कार्यक्रम (28-29-30 नवम्बर 2024) की रूपरेखा पर चर्चा की।
तीन दिवसीय राष्ट्रीय विमर्श का उद्देश्य:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा नदी के बेसिन क्षेत्र में बढ़ती समस्याओं और उन समस्याओं के समाधान पर चर्चा करना है। “गंगा बेसिन: समस्या और समाधान” इस राष्ट्रीय विमर्श में देशभर के विशेषज्ञ, संगठनों और कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया जाएगा। विमर्श का मुख्य विषय गंगा नदी और उसके बेसिन क्षेत्र में हो रही गंदगी, प्रदूषण और अवैध निर्माण जैसी समस्याओं पर होगा और इसके समाधान के लिए एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा।
तैयारी समिति का गठन:
बैठक के दौरान विजय जयसवाल के नेतृत्व में इस राष्ट्रीय विमर्श के सफल आयोजन के लिए एक तैयारी समिति का गठन किया गया। बैठक में इस महत्वपूर्ण विमर्श के आयोजन की योजना बनाई गई। जिसमें गंगा नदी के संरक्षण के लिए विशेषज्ञों, समाजसेवियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को शामिल करने की चर्चा की गई।
इस बैठक में पूर्व मंत्री मो. इसरायल मंसुरी, पूर्व राज्यसभा सांसद मो. अली अनवर, नरेश कुमार सहनी, अनील गुप्ता, अरविन्द वरुण, अनील कुमार अनल, लक्षणदेव प्रसाद सिंह, कृष्णमोहन, वीरेंद्र राय, तारकेश्वर प्रसाद सिंह, मोमीन खातुन, संगीता सुभाषिणी, संतोष सारंग, रेणु पासवान, अजय कुमार, रंजीत राम, काशीनाथ सहनी, अर्जुन कुमार जैसे प्रमुख नेता, समाजसेवी और कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व मौजूद थे।
आने वाले कार्यक्रम के बारे में जानकारी:
इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन 28 से 30 नवम्बर 2024 तक किया जाएगा। जिसमें गंगा बेसिन की पर्यावरणीय स्थिति, गंगा नदी के संरक्षण के उपाय और भविष्य की चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न संगठनों, पर्यावरणविदों और नीति निर्धारकों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि गंगा और अन्य नदियों के संरक्षण के लिए एकजुट प्रयास किया जा सके।
उम्मीद जताई गई है कि इस राष्ट्रीय विमर्श से गंगा नदी की समस्याओं का समग्र समाधान खोजा जाएगा और समाज के हर वर्ग को गंगा संरक्षण अभियान में सक्रिय रूप से भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाएगा।