राष्ट्रीय वन्य जीव दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण

  • Post By Admin on Sep 04 2025
राष्ट्रीय वन्य जीव दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण

जमुई : जिले के खैरा मोड़ स्थित मातृत्व सेवा सदन में गुरुवार को राष्ट्रीय वन्य जीव दिवस के अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा "कल्पवृक्ष", बाँस, ऑवला, आम और जामून के दस पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम का नेतृत्व जमुई नगर की प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ और पर्यावरण नारी शक्ति प्रांत टोली सदस्य डॉ. शालिनी सिंह ने किया।

पौधारोपण का शुभारंभ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वीणा सिंह ने कल्पवृक्ष को आरती दिखाकर किया। पर्यावरण भारती के संस्थापक और प्रांत संयोजक राम बिलास शाण्डिल्य ने बताया कि कल्पवृक्ष प्राचीन समय में दुर्लभ माना जाता था और इसके नीचे बैठकर मनोकामनाएँ पूरी होती थीं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपने घरों के आसपास कल्पवृक्ष और बांस जैसे पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें।

शाण्डिल्य ने बताया कि राष्ट्रीय वन्य जीव दिवस की शुरुआत 1972 में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम और 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर अधिनियम के तहत हुई। इस दिन का उद्देश्य भारत के जंगलों और वन्य जीवों की रक्षा करना और लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि जंगल ही वन्य जीवों का प्राकृतिक आवास है, लेकिन अंधाधुंध कटाई और मानव गतिविधियों के कारण वन्य जीव शहरों और गांवों की ओर आने लगे हैं, जिससे मानव जीवन असुरक्षित होता है।

भारत में 1,300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ, शेर, बाघ, हाथी, गैंडे, तेंदुए और अन्य वन्य जीव पाए जाते हैं। देश में 500 से अधिक वन्य जीव अभ्यारण्य हैं। शाण्डिल्य ने लोगों से अपील की कि वे देशी वृक्ष जैसे पीपल, बरगद, गूलर, पाकड़, कल्पवृक्ष और बांस लगाकर वन्य जीव संरक्षण में सहयोग करें।

इस अवसर पर पर्यावरण भारती के पौधारोपण अभियान में डॉ. वीणा सिंह, डॉ. शालिनी सिंह, रानी हेम्ब्रम, नेहा कुमारी, राम बिलास शाण्डिल्य, पवन कुमार और अजीत कुमार समेत कई लोग शामिल हुए।