विकास मित्रों का आत्ममूल्यांकन व आत्मसम्मान पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित
- Post By Admin on Jan 11 2025

सीतामढ़ी : जिले के डुमरा प्रखंड सभागार में महिला एवं बाल विकास निगम, जिला कल्याण विभाग, जिला प्रशासन सीतामढ़ी, यूनिसेफ बिहार और प्रथम संस्था के संयुक्त तत्वाधान में उड़ान परियोजना के अंतर्गत विकास मित्रों के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विकास मित्रों को आत्ममूल्यांकन और आत्मसम्मान के महत्व से अवगत कराना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कल्याण पदाधिकारी सुभाष चंद्र राज कुमार ने आत्ममूल्यांकन के लाभों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि आत्ममूल्यांकन से व्यक्ति अपनी गलतियों को पहचानने और उन्हें सुधारने का अवसर प्राप्त करता है, जो आत्मनिर्भरता और आत्मविकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। आत्ममूल्यांकन से यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करने में मदद मिलती है और इससे प्रगति की दिशा स्पष्ट होती है।
उन्होंने विकास मित्रों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने पंचायतों में किशोरी समूहों की बैठक आयोजित करें और उन्हें आत्ममूल्यांकन, आत्मसम्मान, बाल विवाह रोकथाम और लिंग भेदभाव जैसे विषयों पर जागरूक करें। इसके साथ ही, वे अच्छे प्रयासों के साथ इस कार्यशाला के निष्कर्षों और कार्यक्रमों का प्रतिवेदन प्रखंड और जिला कार्यालय को भेजें।
यूनिसेफ उड़ान परियोजना के जिला समन्वयक ने आत्ममूल्यांकन और आत्मसम्मान के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बताया कि आत्ममूल्यांकन व्यक्ति को अपनी क्षमताओं, गुणों और कमजोरियों का निष्पक्ष मूल्यांकन करने का अवसर प्रदान करता है। जबकि आत्मसम्मान का मतलब अपने गुणों को पहचानना, अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना और खुद को योग्य समझना है।
इस कार्यशाला में उड़ान परियोजना के तहत डुमरा, परसौनी, सुरसंड और परिहार प्रखंडों के 20 पंचायतों के विकास मित्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी चिंटू कुमार, प्रखंड समन्वयक बीरेंद्र कुमार, विकास मित्र समन्वयक इंडल राम, संजय कुमार, गणेश राम, राम शरण राम, विजय कुमार, गनीना कुमारी, कुमारी प्रियदर्शी सहित कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।