गंगा नदीतंत्र पुर्नस्थापन (रिवर रैचिंग) कार्यक्रम का आयोजन, 3.50 लाख अंगुलिका का संचयन

  • Post By Admin on Dec 02 2024
गंगा नदीतंत्र पुर्नस्थापन (रिवर रैचिंग) कार्यक्रम का आयोजन, 3.50 लाख अंगुलिका का संचयन

दरभंगा : गंगा नदी तंत्र के पुनर्निर्माण और संरक्षण के उद्देश्य से आयोजित किए गए नदी पुर्नस्थापन (रिवर रैचिंग) कार्यक्रम के तहत जिले के बेनीपुर अंचल स्थित कमला नदी के त्रिमुहानी घाट में 3.50 लाख अंगुलिका का संचयन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया।

कार्यक्रम में विशेष रूप से शंभू नाथ झा, अनुमंडल पदाधिकारी, बेनीपुर; उप मत्स्य निदेशक, मत्स्य निदेशालय, पटना; उप मत्स्य निदेशक, दरभंगा; और अनुपम कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी, दरभंगा ने नदी पुर्नस्थापन योजना के उद्देश्यों और इसके महत्व को विस्तार से बताया।

कार्यक्रम में बताया गया कि बाहरीकरण, प्रदूषण और मानवीय गतिविधियों के कारण नदियों में जल जीवों की संख्या घट रही है। मछलियों के प्रजनन स्थल नष्ट हो जाने से नदियों का पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता प्रभावित हो रही है। जिससे मछलियों की संख्या लगातार कम हो रही है। इसके परिणामस्वरूप न केवल जल जीवन, बल्कि मानव समुदाय भी प्रभावित हो रहा है।

राज्य सरकार के द्वारा गंगा नदी और प्रमुख सहायक नदियों जैसे कि करेह, कमला, बुढी गंडक, कोशी और बागमती में नदी पुर्नस्थापन कार्यक्रम के तहत विभिन्न हैचरियों द्वारा स्पॉनिंग कराकर अंगुलिका का संचयन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 8-10 साल तक चलेगा। जिसके बाद इसका सकारात्मक असर मत्स्य उत्पादन और उत्पादकता पर दिखाई देगा।

इस कार्यक्रम के तहत नदी की उत्पादकता में वृद्धि होगी। जिससे मत्स्यजीवी समुदाय को अतिरिक्त आजीविका के अवसर मिलेंगे। साथ ही नदी जल की गुणवत्ता में सुधार होगा और प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा। वर्ष 2024-25 में जिले के करेह और कमला नदियों में अंगुलिका संचयन के लिए 3.80 लाख अंगुलिका का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस आयोजन में अन्य प्रमुख अधिकारी, जैसे मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, मत्स्य विकास पदाधिकारी और अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।