सुमित ठाकुर को मिला जननायिका सरला श्रीवास सम्मान
- Post By Admin on Jun 09 2024
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मुजफ्फरपुर : बिहार बाल भवन किलकारी, जिला स्कूल छात्रावास में आयोजित 10 दिवसीय नाट्य कार्यशाला के दौरान सुमित ठाकुर को "जननायिका सरला श्रीवास सम्मान" से सम्मानित किया गया। सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान मुजफ्फरपुर द्वारा आयोजित इस समारोह में चाइल्डसेफ के सचिव जयचंद्र कुमार ने सुमित ठाकुर को अंगवस्त्र एवं जननायिका सरला श्रीवास की जीवन यात्रा पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अभिनेता राजू महाकाल, संगीत प्रशिक्षक मुस्कान कुमारी, और कत्थक नृत्य प्रशिक्षक तन्नू प्रिया विशेष रूप से उपस्थित थे।
सुमित ठाकुर, जिन्होंने पटना से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, ने एचआर में पीजीडीबीए-एमबीए करने के बाद लगभग दो दशकों तक हिंदी, मैथिली, और भोजपुरी रंगमंच की सेवा की है। उनकी प्रतिभा को नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, सिक्किम और मुंबई विश्वविद्यालय के एकेडमी ऑफ थिएटर आर्ट्स में भी पहचान मिली। उन्होंने दरभंगा के एलएन मिथिला विश्वविद्यालय से नाट्यशास्त्र में एमए किया और वर्तमान में "भरत के नाट्यशास्त्र की अभिनय तकनीक और स्टैनिस्लावस्की का मंच और सिनेमा पर यथार्थवाद: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन" पर डॉक्टरेट कर रहे हैं। सुमित ठाकुर ने अपने करियर में 1500 से अधिक ओपन-एयर शो और छह दर्जन से अधिक प्रस्तुतियों में भाग लिया है।
सुमित ठाकुर की विशेषज्ञता विभिन्न भाषाओं और माध्यमों में उनके निर्देशन कौशल से भी स्पष्ट होती है। उन्होंने हिंदी, मैथिली, तेलुगु, अंग्रेजी, कजाख, और रूसी में विभिन्न प्रस्तुतियों का निर्देशन किया है। हाल ही में उन्होंने कजाख नेशनल एकेडमी ऑफ कोरियोग्राफी, अस्ताना के छात्रों के साथ कजाख और रूसी में "सीता राम - भारतीय पौराणिक कथाओं की कथा रामायण" का निर्देशन किया, जो बहुत सराहा गया।
कार्यशाला के दौरान बच्चों को अभिनय की बारीकियों से अवगत कराने पर वे उत्साहित दिखे। प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक किलकारी की पूनम कुमारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण से बच्चों के व्यक्तित्व विकास में मदद मिलेगी।
सुमित ठाकुर को कठपुतली कला केन्द्र की सचिव प्रीति कुमारी, विंध्यवासनी देवी लोक कला संस्कृति मंच की सचिव लोक गायिका अनीता कुमारी, परफेक्ट सोल्यूशन सोसाइटी के सचिव अनिल कुमार ठाकुर, और अमन चिल्ड्रेन स्कूल की प्राचार्य बबीता ठाकुर ने इस सम्मान के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
सुमित ठाकुर की ये उपलब्धि न केवल उनकी कला और प्रतिभा की पहचान है, बल्कि समाज और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत भी है।