एक प्रयास मंच ने ठाना, बाल श्रम मुक्त भारत बनाना

  • Post By Admin on Jun 12 2024
एक प्रयास मंच ने ठाना, बाल श्रम मुक्त भारत बनाना

मुजफ्फरपुर : आज चंद्रलोक गुमटी स्लम बस्ती में "एक प्रयास मंच" द्वारा विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बाल श्रम की समस्या के खिलाफ जागरूकता फैलाना और इसे समाप्त करने के लिए समुदाय को प्रेरित करना था।

मंच के संस्थापक संजय रजक ने बताया, "देश का भविष्य देश के बच्चों के हाथ में है। बाल श्रम एक गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्या है, जो न केवल देश की प्रगति के लिए बाधक है बल्कि मानवता और समाज के लिए अभिशाप भी है।" उन्होंने जोर दिया कि 14 वर्ष तक के बच्चों से काम कराना कानूनन अपराध है, और ऐसा करने पर आर्थिक दंड और सजा का प्रावधान है।

कार्यक्रम के दौरान बाल श्रम मुक्त पर आधारित लोकगीत "लइकन से कमवा तू हु ए भैया जनी मत करवा व हो, जीवन सवार महान बनाव उज्वल भविष्य बनाव हो" प्रस्तुत किया गया। इस लोकगीत के माध्यम से लोगों को यह संदेश दिया गया कि बच्चों को काम कराने के बजाय उन्हें स्कूल भेजना चाहिए। बचपन पढ़ने और खेलने के लिए है, न कि काम करने के लिए।

संजय रजक ने सभी उपस्थित लोगों से संकल्प लेने का आह्वान किया कि वे अपने आसपास बाल मजदूरी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा, "बाल श्रम मुक्त भारत बनाने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। केवल तभी हमारा देश बाल श्रम मुक्त हो सकेगा।"

कार्यक्रम में कुंदन मल्लिक, आयुष कुमार, कृष पासवान, मनिशा देवी, राजन, और बस्ती के अन्य लोग मौजूद थे। उन्होंने बाल श्रम की समाप्ति के लिए मंच के इस प्रयास की सराहना की और इसमें भाग लिया।

इस जागरूकता अभियान ने बस्ती के लोगों को बाल श्रम के खिलाफ संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के प्रति उनकी जिम्मेदारी को रेखांकित किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन ने बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।