कोदो का कहर, 13 लोग बीमार, स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप

  • Post By Admin on Dec 20 2024
कोदो का कहर, 13 लोग बीमार, स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप

भोपाल : मध्य प्रदेश में कोदो का कहर तेजी से फैलता जा रहा है। सिर्फ दो दिन के भीतर, शहडोल और कटनी जिलों में 13 लोग कोदो की रोटी खाने से बीमार हो गए हैं। इस स्थिति ने स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा दिया है। बीमारी के कारणों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल लेकर जांच के आदेश दिए हैं।

शहडोल और कटनी में बीमार हुए 13 लोग

बीते मंगलवार रात शहडोल जिले के खम्हरिया पंचायत के ददरा टोला में एक परिवार के चार लोग कोदो की रोटी और चने की भाजी खाने के बाद बीमार हो गए थे। अगले दिन यानी बीते बुधवार को कटनी जिले के ग्राम जरवाही में भी एक परिवार के तीन लोग कोदो की रोटी खाकर बीमार हो गए। बीते गुरुवार को शहडोल जिले के ग्राम चाका में एक परिवार के छह लोग इसी भोजन से बीमार हो गए।

इसमें शहडोल के ददरा टोला के मामले में रोटियां खाने के कुछ समय बाद उल्टियां और दस्त की समस्या सामने आई। जबकि कटनी में भी इसी प्रकार के लक्षण पाए गए। बीते गुरुवार को शहडोल के चाका गांव में भी यही समस्या सामने आई। जिसमें छह लोग बीमार हो गए।

स्वास्थ्य विभाग की जांच शुरू

स्वास्थ्य विभाग ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और कोदो की रोटी तथा चने की भाजी के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। डॉक्टरों के अनुसार कोदो की पुरानी रोटियां फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकती हैं। इसके अलावाचने की भाजी में अत्यधिक खाद का उपयोग भी बीमारी का कारण हो सकता है।

मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि इस मामले पर एक बैठक भी बुलाई गई थी। जिसमें इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी के सही कारणों का पता चल सकेगा।

बीमार हुए लोगों की हालत स्थिर

कोदो की रोटी और चने की भाजी खाने के बाद बीमार हुए लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। शहडोल जिले के चाका गांव में बीमार हुए छह लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं। सभी मरीजों की हालत खतरे से बाहर है। कटनी में भी दादा और पोते सहित तीन लोग इलाज करा रहे हैं।

शहडोल के ददरा टोला निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि परिवार ने रात में कोदो की रोटी और चने की भाजी खाई थी। इसके कुछ समय बाद सभी को उल्टी और दस्त शुरू हो गए। उन्हें तुरंत जिला अस्पताल लाया गया। जहां उपचार के बाद उनकी स्थिति में सुधार हुआ।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का कहना है कि कोदो यदि बहुत पुराना हो, तो यह फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है। शहडोल के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर गंगेश डांडिया ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पुराना कोदो बीमारियों का कारण बन सकता है। वहीं डॉक्टर भूपेंद्र सिंह सेंगर का कहना है कि चने की भाजी में अत्यधिक खाद का उपयोग भी कारण हो सकता है। हालांकि इसका स्पष्ट कारण जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।

अंतरराष्ट्रीय घटना का असर

इससे पहले, लगभग दो महीने पहले कोदो खाने से 10 हाथियों की मौत की घटना भी सामने आई थी जो इस फसल के खतरों की ओर इशारा करती है। अब तक के मामलों में कोदो के सेवन से बीमार होने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिससे यह सिद्ध होता है कि इस समस्या पर जल्द ही ध्यान देने की जरूरत है।

स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और आगे की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि कोदो और चने की भाजी खाने से लोग क्यों बीमार हो रहे हैं।