सावन के अंतिम सोमवार को शिवभक्ति का सैलाब : काशी, उज्जैन और देवघर में उमड़ा आस्था का जनसागर

  • Post By Admin on Aug 04 2025
सावन के अंतिम सोमवार को शिवभक्ति का सैलाब : काशी, उज्जैन और देवघर में उमड़ा आस्था का जनसागर

नई दिल्ली : श्रावण मास के अंतिम सोमवार को शिवमंदिरों में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। देशभर के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों – काशी विश्वनाथ (वाराणसी), महाकालेश्वर (उज्जैन) और बैद्यनाथ धाम (देवघर) – में शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भोर से ही भक्त जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के लिए कतारों में लगे रहे, हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।

काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ी श्रद्धा की लहर

वाराणसी स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आज अलसुबह मंगला आरती के साथ ही पट खोले गए, जिसके बाद से मंदिर प्रांगण श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। भक्तों ने भोलेनाथ को गंगाजल, बेलपत्र और पुष्प अर्पित कर जलाभिषेक किया। मंदिर परिसर को रुद्राक्ष मालाओं से सजाया गया और बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा कर भक्तिभाव को और प्रगाढ़ किया।

श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी और ड्रोन कैमरों से सुरक्षा निगरानी की जा रही थी। आईएएनएस से बातचीत में श्रद्धालुओं ने व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि भक्तों के उत्साह को देखते हुए प्रशासन की भूमिका सराहनीय रही।

उज्जैन के महाकाल मंदिर में आधी रात से लगी भक्तों की कतारें

मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में भी श्रद्धा का सैलाब देखने को मिला। सावन के अंतिम सोमवार के विशेष महत्व को देखते हुए मंदिर के पट रात 2:30 बजे ही खोल दिए गए। ‘जय महाकाल’ और ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष के साथ हजारों श्रद्धालु कतारों में लगे नजर आए।

सुबह 3:30 बजे से आयोजित भस्म आरती के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। कार्तिकेय मंडपम् की अंतिम तीन पंक्तियों से भक्तों को भस्म आरती का लाभ मिला। इसके बाद सामान्य दर्शन का क्रम शुरू हुआ, जो देर रात शयन आरती तक जारी रहेगा। शाम 4 बजे बाबा महाकाल की चौथी सवारी निकाली जाएगी, जिसमें उमा-महेश स्वरूप में नगर भ्रमण करते भगवान के दर्शन होंगे। इस दौरान पारंपरिक लोकनृत्य और मध्यप्रदेश की पर्यटन झांकियां भी विशेष आकर्षण रहेंगी।

देवघर में 10 किलोमीटर लंबी कतारें, सवा लाख भक्तों के पहुंचने की संभावना

बिहार के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में भी अंतिम सोमवार पर भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी। शुक्ल पक्ष की दशमी उपरांत एकादशी तिथि होने से आज का दिन विशेष पुण्यकारी माना गया। श्रद्धालुओं की लंबी कतारें शहर की सड़कों पर 10 किलोमीटर से अधिक तक फैल गईं।

सुबह से ही जलाभिषेक के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। पुलिस, होमगार्ड्स और स्वयंसेवकों को तैनात किया गया। अनुमान है कि आज दिनभर में करीब सवा लाख श्रद्धालु बाबा के दर्शन करेंगे।

आस्था के साथ व्यवस्था का संतुलन

सावन के इस अंतिम सोमवार को शिवभक्तों की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि श्रद्धा यदि संगठित हो तो प्रशासनिक सहयोग के साथ बड़े आयोजनों को भी सहजता से संपन्न किया जा सकता है। देशभर के ज्योतिर्लिंगों में आज का दिन भक्ति, भाव और शांति का अद्भुत प्रतीक बना।