मनियारी में पत्रकार की हत्या पर पत्रकार प्रेस परिषद् का कड़ा रुख, आंदोलन की चेतावनी

  • Post By Admin on Jun 26 2024
मनियारी में पत्रकार की हत्या पर पत्रकार प्रेस परिषद् का कड़ा रुख, आंदोलन की चेतावनी

मुजफ्फरपुर : जिले के मनियारी थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात पत्रकार शिवशंकर झा की बर्बर हत्या के मामले में पत्रकार प्रेस परिषद् ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस मामलें पर पत्रकार समुदाय ने सरकार की निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के लिए न्याय और सुरक्षा की मांग की है।

पत्रकार प्रेस परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष मधुरेश प्रियदर्शी ने बुधवार को कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "सरकार को अब अपने मौन व्रत को तोड़ना होगा। पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय मिलना चाहिए। इसके साथ ही परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।" उन्होंने इस हत्या को पत्रकार सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया और सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की।

प्रदेश महासचिव प्रभाष कुमार ने इस हत्या की तीखी भर्त्सना करते हुए कहा, "नीतीश-भाजपा शासन में अपराध बेलगाम हो चुका है। पत्रकार की हत्या के लिए यही सरकार जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के उप-मुख्यमंत्रियों को इस हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए जवाब देना चाहिए।"

प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद ठाकुर ने हत्या की उच्चस्तरीय जांच और हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा, "सरकार को पत्रकार के परिवार की सुरक्षा की गारंटी करनी चाहिए और 50 लाख रुपये की सहायता राशि के साथ-साथ सरकारी नौकरी प्रदान करनी चाहिए ताकि परिवार का भरण-पोषण हो सके।"

प्रदेश अध्यक्ष मधुरेश ने पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और बढ़ते अपराध पर नियंत्रण की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी, "यदि एक सप्ताह के भीतर सभी अपराधियों को नहीं पकड़ा गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे। पत्रकारों की सुरक्षा और न्याय के लिए हम सड़कों पर उतरेंगे।"

पत्रकार शिवशंकर झा की हत्या पर समीर सरकार, श्वेत प्रकाश, अमृत राज, दीपक कुमार, सिद्धांत कुमार, सुधांशु कुमार, सुगंध कुमार और प्रेम भूषण ने शोक व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

इस बीच, आईरा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सुमन मिश्रा ने भी हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने चेतावनी दी, "अगर त्वरित न्याय नहीं मिला तो हम सभी पत्रकार संगठनों को एकजुट कर प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।"

इस घटना ने मुजफ्फरपुर में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं और पत्रकार समुदाय ने एकजुट होकर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है।