स्काउट गाइड के कार्यों को डीएम ने सराहा, कहा मानव सेवा सर्वोपरि
- Post By Admin on Oct 01 2024
लखीसराय : बिहार एक ऐसा राज्य है जहां प्राकृतिक आपदाएँ जैसे बाढ़, भूकंप, आगजनी, रेल, सड़क, पुल दुर्घटनाएँ, बड़े समारोहों में भगदड़ और चक्रवात जैसी घटनाएँ अक्सर होती हैं। ऐसे में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को और मजबूत करने की सख्त आवश्यकता है। इस दिशा में स्काउट गाइड जैसे संगठनों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है। वर्तमान में ये संगठन देश की युवा शक्ति को अनुशासन, नेतृत्व, और सामाजिक सेवा की दिशा में प्रशिक्षित कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि, जिस तरीके से लगातार बिहार के लखीसराय जिला में स्काउट-गाइड वोलंटियर ने जिला प्रशासन के साथ हर-पल कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं, वह काफी सराहनीय है। लखीसराय जिला अधिकारी मिथिलेश मिश्र ने स्काउट-गाइड के कार्य के चुस्ती-फुर्ती देखते हुए कहा कि 'मानव सेवा सर्वोपरि है' जो हर किसी को करना चाहिए। इस प्रकार का आत्मरक्षा बल तैयार करना राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
वहीं बतौर जिला संगठन आयुक्त स्काउट डीओसी मृत्युंजय कुमार ने बताया कि एक सप्ताह से लगातार बाढ़ से प्रभावित पीड़ित व्यक्तियों को लखीसराय स्काउट-गाइड जिला प्रशासन के साथ आश्रय स्थल पर जाकर राहत सामग्री का वितरण कर रहे। बीते कुछ दिन पहले अंग वस्त्र एवं खाद्य समाग्री का वितरण किया गया था।
आज और सोमवार की देर शाम तक बड़हिया स्थित दो अलग-अलग आश्रय स्थल उच्च विद्यालय बड़हिया एवं जगजननी धर्मशाला बड़हिया में आपदा प्रबंधन प्रभारी शशि कुमार एवं जिला अधिकारी मिथिलेश मिश्र के साथ-साथ लखीसराय स्काउट-गाइड वारंटियों ने जरूरत समाग्री के रूप में बर्तन का वितरण किया।
स्काउट गाइड इन सेवा कार्य के माध्यम से छात्रों को अनुशासन, नेतृत्व, और आपातकालीन प्रतिक्रिया कौशल सिखाता हैं। स्काउट गाइड जैसे संगठनों में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण जोड़ने से न केवल आपदा के समय देश को सशक्त बनाया जा सकता है, बल्कि छात्रों के बीच इन संगठनों की लोकप्रियता भी बढ़ाई जा सकती है।
इतिहास में देखे गए योगदान के उदाहरण हमें यह बताते हैं कि स्काउट गाइड के प्रशिक्षित सदस्य आपदाओं के दौरान कितना महत्वपूर्ण काम कर सकते हैं। यदि इन्हें और अधिक औपचारिक प्रशिक्षण और अवसर प्रदान किए जाएं, तो ये संगठन समाज के लिए एक अमूल्य संपत्ति बन सकते हैं।