बिहार विधान परिषद तिरहुत स्नातक उपचुनाव की तैयारी को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त ने की बैठक

  • Post By Admin on Nov 28 2024
 बिहार विधान परिषद तिरहुत स्नातक उपचुनाव की तैयारी को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त ने की बैठक

मुजफ्फरपुर : बिहार विधान परिषद के तिरहुत स्नातक उपचुनाव के सफल और सुचारु संचालन को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त सरवणन एम ने बुधवार को प्रमंडल स्तर पर गठित विभिन्न कोषांगों के नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में आयुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों से उनके द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी प्राप्त की और चुनावी प्रक्रिया को पूर्ण गाइडलाइन के अनुसार संचालित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

आयुक्त ने मतदान कर्मियों को दिए दिशा-निर्देश :
बैठक के दौरान आयुक्त ने मतदान कर्मियों को आयोग के दिशानिर्देश के अनुसार मतदान प्रक्रिया की सूक्ष्म जानकारी देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मतदान कर्मियों को पूरी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी होना चाहिए, ताकि मतदान संचालन में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

इस चुनाव में मुजफ्फरपुर जिला में 41 मूल मतदान केंद्र और 45 सहायक मतदान केंद्र, कुल 86 मतदान केंद्र होंगे। आयुक्त ने बताया कि अब तक सभी मतदान कर्मियों को दो प्रशिक्षण सत्र दिए जा चुके हैं। जबकि तीसरा और अंतिम प्रशिक्षण 4 दिसंबर को होगा। 4 दिसंबर को ही मतदान कर्मी अपने डेस्पैच सेंटर से मतदान केंद्रों के लिए रवाना होंगे।

चुनाव प्रक्रिया की तैयारी में सुनिश्चित की जा रही सभी व्यवस्थाएं :
निर्वाची पदाधिकारी सह आयुक्त और सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने इस अवसर पर एमआईटी (मतगणना स्थल) का स्थलीय निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में उन्होंने मतगणना के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की पुष्टि की और आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार हर बिंदु पर ध्यान देने का निर्देश दिया।

नोडल अधिकारी और नियंत्रण कक्ष की स्थापना :
चुनाव के संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत या सुझाव के लिए प्रमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन नंबर 0621 2213962 स्थापित किया गया है। इस नंबर पर चुनाव संबंधित सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

चुनाव की गिनती प्रक्रिया :
मतों की गिनती एमआईटी केंद्र में की जाएगी। इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है और चुनाव की प्रक्रिया के हर पहलू को आयोग के मानकों के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी नोडल अधिकारियों और संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने कार्यों में गति लाकर चुनाव के संचालन में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोकें और यह सुनिश्चित करें कि चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से शांतिपूर्वक और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो।