जिलाधिकारी ने की जीविका कार्यों की समीक्षा

  • Post By Admin on Jan 04 2025
जिलाधिकारी ने की जीविका कार्यों की समीक्षा

सीतामढ़ी : जिले के समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में जीविका के द्वारा चलाए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने डीपीएम जीविका को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जीविका समूहों को अधिक प्रभावी रूप से विकसित करने और सक्रिय करने के निर्देश दिए ताकि समाज के प्रत्येक वर्ग को इसका लाभ मिल सके। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सभी जीविका दीदियों को आयुष्मान कार्ड से आच्छादित करने का निर्देश दिया, जीविका दीदियों के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता पर बल दिया। जिलाधिकारी ने जेंडर रेशियो में सुधार लाने के लिए जीविका दीदियों के द्वारा परिवारों के काउंसलिंग के निर्देश दिए, बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने की बात कही। साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य करने की बात की गई।

डीपीएम जीविका ने बैठक के दौरान जिले में चल रहे जीविका कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी दी। वर्तमान में 38865 जीविका समूह जिले में कार्यरत हैं। जिनमें से 38267 समूहों का बचत खाता खुल चुका है। समूहों को कुल 228.68 करोड़ रुपये की प्रारंभिक निवेश निधि दी गई है। साथ ही 386.81 करोड़ रुपये की पहली किस्त बैंक ऋण के रूप में समूहों को उपलब्ध कराई गई है। इसके अतिरिक्त, 2725 ग्राम संगठन और 52 संकुल स्तरीय संघ कार्यरत हैं और नीरा उत्पादक समूह के तहत 391 किसानों द्वारा 2,14,735 लीटर नीरा का उत्पादन किया गया है।

साथ ही, दीदी की नर्सरी में 243742 पौधे तैयार किए गए हैं और तीन सामुदायिक पुस्तकालय के माध्यम से 450 विद्यार्थियों को लाभ मिल रहा है। आर्थिक सशक्तिकरण के संबंध में जानकारी दी गई कि सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 2797 दीदियां प्रतिमाह 10,000 रुपये की आय प्राप्त कर लखपति दीदी के रूप में उभर चुकी हैं और कुल 145,000 से अधिक दीदियां इस आय श्रेणी में आ चुकी हैं। समीक्षा बैठक में जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, डीपीएम जीविका, सभी बीपीएम तथा जीविका के अन्य प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।