बिहार बाल भवन किलकारी में सृजनात्मक लेखन कार्यशाला

  • Post By Admin on Jun 25 2024
बिहार बाल भवन किलकारी में सृजनात्मक लेखन कार्यशाला

मुजफ्फरपुर : बिहार बाल भवन किलकारी, जिला स्कूल मुजफ्फरपुर में तीन दिवसीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख विशेषज्ञ आकाश कुमार की सहभागिता रही। इस कार्यशाला के माध्यम से बच्चों को कहानी लेखन और साहित्यिक सृजन की बारीकियों से रूबरू कराया गया।

किलकारी के बाल लेखक आकाश कुमार का नाम बच्चों के बीच साहित्य के क्षेत्र में पिछले 14 वर्षों से प्रसिद्ध है। आकाश ने अपने लेखन की शुरुआत ‘बाल किलकारी’ नामक मासिक अखबार से की थी, और तब से उनकी कई रचनाएँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके प्रमुख प्रकाशनों में "अटकन-मटकन" (कहानी संग्रह), "धमाचौकड़ी" (कविता संग्रह), और "अपना पटना" (लेख संग्रह) शामिल हैं।

आकाश कुमार ने बिहार के 10 सरकारी विद्यालयों में बच्चों की पसंद और नापसंद आने वाले शिक्षकों पर आधारित "सुनिये शिक्षक जी" नामक पुस्तक का शोध भी किया है। इसके अतिरिक्त, वे "बाल किलकारी" नामक कार्यक्रम का समन्वयन करते हैं, जो आकाशवाणी पटना द्वारा प्रसारित होता है।

उन्हें बिहार संग्रहालय के म्युजियम बिनाले कार्यक्रम के तहत संग्रहालय में मौजूद चीजों पर शोध और बच्चों के दृष्टिकोण से लिखने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने "गिरमिटिया मजदूर" विषय पर आधारित कहानी लिखी। यह कहानी बिहार के किसानों और मजदूरों की चुनौतियों और संघर्षों पर केंद्रित है।

तीन दिवसीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला के पहले दिन, बच्चों ने कहानी लेखन की बारीकियों को आकाश कुमार से सीखा। उनकी अनूठी शिक्षण शैली और बच्चों के प्रति उनके समर्पण ने कार्यशाला को बेहद सफल बना दिया। बच्चों को कहानी लिखने के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया गया, और उन्हें अपनी कल्पनाओं को सृजनात्मक रूप से व्यक्त करने का मौका मिला।

प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक पूनम कुमारी ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला, जिसमें बच्चों में साहित्यिक रुचि को प्रोत्साहित करना और उनकी लेखन क्षमता को निखारना प्रमुख था। सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी स्नेहा कुमारी ने कार्यक्रम के महत्व और इसके संभावित लाभों की चर्चा की।

आकाश कुमार की साहित्यिक यात्रा और बच्चों के साथ उनका गहरा जुड़ाव उनके विशेष अनुभव और प्रतिभा को दर्शाता है। उन्होंने यूनिसेफ, आगा खान फाउंडेशन, और प्रथम जैसी संस्थाओं के साथ मिलकर बच्चों के लिए सृजनात्मक लेखन और स्टोरी टेलिंग कार्यशालाएँ आयोजित की हैं।

आकाश कुमार का योगदान केवल लेखन तक ही सीमित नहीं है; उन्होंने बिहार सरकार के विभिन्न आयोजनों में भी उद्घोषणा का कार्य किया है। उनके अनुभव और ज्ञान ने उन्हें बच्चों की साहित्यिक गतिविधियों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला बनाया है।

इस सृजनात्मक लेखन कार्यशाला ने बच्चों को अपनी साहित्यिक क्षमताओं को निखारने का एक मंच प्रदान किया है। कार्यशाला के दौरान बच्चों ने अपने अनुभवों को कहानियों और कविताओं के रूप में प्रस्तुत किया, जिससे उनकी लेखन क्षमता में निखार आया।

कार्यशाला के आगामी सत्रों में, बच्चों को और अधिक गहराई से साहित्यिक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी रचनात्मकता और आत्मविश्वास में और वृद्धि होगी।