तिलैया डैम को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने की योजना को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

  • Post By Admin on Dec 02 2024
तिलैया डैम को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने की योजना को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

कोडरमा : जिले के तिलैया डैम को अब विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इस परियोजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। जिसके तहत तिलैया डैम को पर्यटन के क्षेत्र में एक नया मुकाम मिलेगा। यह योजना केंद्र सरकार की समग्र सांस्कृतिक विकास योजना के तहत लागू की जा रही है। जिसमें पूरे देश के 23 राज्यों में 40 पर्यटन स्थलों के विकास को हरी झंडी दी गई है। तिलैया डैम भी इन प्रमुख स्थलों में शामिल है।

इस परियोजना पर कुल 34.87 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इन फंड्स का उपयोग डैम क्षेत्र में ईको-टूरिज्म सुविधाओं के विकास के लिए किया जाएगा। जिससे पर्यटकों को एक बेहतर अनुभव मिलेगा। तिलैया डैम में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार करने से स्थानीय क्षेत्र को भी काफी लाभ होने की संभावना है।

कोडरमा की सांसद और केंद्रीय बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस योजना को कोडरमा जिले के लिए बड़ी उपलब्धि करार दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजना न केवल कोडरमा बल्कि पूरे झारखंड के पर्यटन को नई दिशा प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि तिलैया डैम में ईको-टूरिज्म के विकास से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। जो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद करेगा।

इस परियोजना के तहत पर्यटकों की बढ़ती संख्या से होटल, रेस्टोरेंट, और अन्य पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा। जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलने से क्षेत्र के व्यवसाय और उद्योग भी फल-फूलेंगे। जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों को लाभ मिलेगा।

तिलैया डैम का ऐतिहासिक महत्व
बराकर नदी पर स्थित तिलैया डैम, दामोदर घाटी निगम द्वारा निर्मित स्वतंत्र भारत का पहला डैम है। इसकी खूबसूरत प्राकृतिक परिवेश और ऐतिहासिक महत्व के कारण यह पहले से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। अब इसे विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किए जाने से यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बन जाएगा।