श्री रामलाल प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह, पूजित अक्षत कर रहे वितरित

  • Post By Admin on Jan 09 2024
श्री रामलाल प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह, पूजित अक्षत कर रहे वितरित

लखीसराय: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं पर्यावरण विद रामबिलास शाण्डिल्य ने कहा कि भगवान श्री राम जी का जन्म अयोध्या में हुआ था। वे सभी भारतीयों के आराध्य देव हैं, परन्तु आक्रांताओं द्वारा मंदिर तोड़े गए। पुनः मंदिर निर्माण हेतु 500 वर्षों से संघर्ष जारी रहा। इसमें लाखों राम भक्त ने बलिदान दिया। 1989 में अयोध्या में कारसेवा के दौरान बंगाल के 2 सहोदर भाई स्व. राम कोठारी एवं स्व. शरद कोठारी विवादित गुंबद पर भगवा ध्वज फहराने में मृत्यु को प्राप्त हुए। उनकी एकमात्र छोटी बहन जीवित हैं। ऐसे अनेकों परिवार भारत में है। भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय की स्वीकृति पर 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्री राम जी 500 वर्षों के बाद अपने नये मंदिर में प्रवेश करेंगे। अतः 22 जनवरी संसार के श्री राम भक्तों के लिए ऐतिहासिक दिन है। जो भक्त अयोध्या नहीं जा सकेंगे, वे अपने-अपने घरों पर दीप जलाएंगे। आस-पास के मंदिरों में श्री राम जय राम जय जय राम का 108 बार जाप करेंगे। इसके साथ ही हनुमान चालीसा पाठ, रामायण पाठ, सामूहिक भजन का आयोजन तथा प्रसाद का वितरण होगा। इसी हेतु 01 जनवरी 2024 से 15 जनवरी 2024 तक पूजित अक्षत का  संपूर्ण भारत में वितरण कर निमंत्रण दिया जा रहा है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र पूजित अक्षत वितरण कार्यक्रम में रणजीत कुमार राठौर, निरंजन सिंह, मनोहर कुमार आर्य, संजय कुमार आर्य, विकास कुमार, रूपेश कुमार, विकास कुमार, रवि कांत कुमार, सुबोध कुमार, सत्यदेव रूद्र, आशुतोष, नकुल सिंह आदि ने भाग लिया।