स्टेफी ग्राफ : टेनिस की अद्वितीय रानी, जिसके लिए फैंस में रही बेमिसाल दीवानगी
- Post By Admin on Aug 12 2025
.jpg)
नई दिल्ली : टेनिस के इतिहास में कई दिग्गज खिलाड़ियों ने अपनी छाप छोड़ी है, लेकिन जिस स्तर की लोकप्रियता और दीवानगी स्टेफी ग्राफ के लिए देखने को मिली, वैसी किसी और महिला टेनिस खिलाड़ी के हिस्से शायद ही आई हो। खेल कौशल, करिश्माई व्यक्तित्व और बेहतरीन खेल शैली के चलते ग्राफ ने न सिर्फ खिताब जीते, बल्कि दुनिया भर में करोड़ों प्रशंसकों के दिलों पर भी राज किया।
14 जून 1969 को जर्मनी के मैनहेम में जन्मी स्टेफी ग्राफ ने मात्र चार साल की उम्र में टेनिस रैकेट थाम लिया था। शुरुआती कोचिंग उनके पिता पीटर ग्राफ ने दी। 13 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेनिस में कदम रखा और जल्द ही वह महिला टेनिस की सबसे चर्चित और खतरनाक खिलाड़ियों में शुमार हो गईं। 1982 से 1990 तक वह वेस्ट जर्मनी और 1990 से 1999 तक एकीकृत जर्मनी का प्रतिनिधित्व करती रहीं।
ग्राफ का करियर उपलब्धियों का पर्याय रहा। 17 वर्षों के पेशेवर करियर में वह 377 सप्ताह तक विश्व नंबर एक रहीं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। आठ बार उन्होंने वर्ष का समापन नंबर वन रैंकिंग के साथ किया। वह अब तक की एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सभी चार ग्रैंड स्लैम — ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विंबलडन और यूएस ओपन — कम से कम चार-चार बार जीते हैं। उनकी खासियत थी कोर्ट पर उनकी गति, सटीकता, मानसिक दृढ़ता और पावरफुल फोरहैंड, जिसने उन्हें किसी भी प्रतिद्वंद्वी के लिए चुनौतीपूर्ण बना दिया।
उनके नाम महिला एकल में 22 ग्रैंड स्लैम खिताब हैं। 1988 का साल ग्राफ के लिए स्वर्णिम रहा, जब उन्होंने सभी चार ग्रैंड स्लैम और ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता, जिसे "गोल्डन स्लैम" कहा जाता है। यह उपलब्धि अब तक किसी और महिला खिलाड़ी ने हासिल नहीं की। उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन चार बार (1988, 1989, 1990, 1994), फ्रेंच ओपन छह बार (1987, 1988, 1993, 1995, 1996, 1999), विंबलडन सात बार (1988, 1989, 1991, 1992, 1993, 1995, 1996) और यूएस ओपन पांच बार (1988, 1989, 1993, 1995, 1996) अपने नाम किया।
कोर्ट पर उनके खेल जितना दमदार था, उतनी ही दिलचस्प उनके करियर से जुड़ी कहानियां भी थीं। 1993 में जब मोनिका सेलेस उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभर रही थीं, तब टेनिस जगत को एक चौंकाने वाली घटना ने हिला दिया। एक मैच के दौरान सेलेस को एक दर्शक ने पीठ में चाकू मार दिया। बाद में पता चला कि वह हमलावर ग्राफ का प्रशंसक था, जो सेलेस की सफलता से असहज था। यह घटना खेल इतिहास के सबसे काले पलों में से एक मानी जाती है और इसने सेलेस के करियर को गहरा झटका दिया।
फैंस में ग्राफ के प्रति प्रेम और दीवानगी का अंदाजा 1995 विंबलडन में हुआ, जब सर्विस के लिए खड़ी ग्राफ से एक दर्शक ने जोर से पूछा — "विल यू मैरी मी?" (क्या आप मुझसे शादी करेंगी?)। ग्राफ ने बिना समय गंवाए मुस्कुराते हुए जवाब दिया — "तुम्हारे पास कितना पैसा है?" उनका यह जवाब आज भी टेनिस प्रेमियों के बीच याद किया जाता है।
1999 में 30 साल की उम्र में ग्राफ ने पेशेवर टेनिस को अलविदा कहा। उस समय वह मार्गरेट कोर्ट के बाद सर्वाधिक ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली दूसरी महिला खिलाड़ी थीं। 2017 में सेरेना विलियम्स ने उनका रिकॉर्ड पीछे छोड़ा। संन्यास के बाद ग्राफ ने 2001 में अमेरिकी टेनिस स्टार आंद्रे अगासी से शादी की और उनके दो बच्चे हैं।
अमेरिकी एसोसिएट प्रेस ने उन्हें 20वीं सदी की महानतम खिलाड़ी घोषित किया। टेनिस विशेषज्ञ मानते हैं कि ग्राफ का खेल, उनका विनम्र व्यक्तित्व और मानसिक मजबूती उन्हें न सिर्फ खेल की, बल्कि खेल भावना की भी मिसाल बनाता है। स्टेफी ग्राफ की विरासत आज भी नए खिलाड़ियों और प्रशंसकों को प्रेरित करती है, और उनके नाम के साथ जुड़ी फैंस की दीवानगी खेल इतिहास का सुनहरा अध्याय बनी हुई है।