चैत्र नवरात्रि 2025: जानें अष्टमी-नवमी तिथि और कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
- Post By Admin on Apr 02 2025

नई दिल्ली: चैत्र नवरात्रि का पर्व भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दौरान मां दुर्गा की आराधना पूरे श्रद्धा भाव से की जाती है। नवरात्रि के आठवें और नौवें दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है, जिसमें छोटी कन्याओं को मां दुर्गा के स्वरूप में पूजित किया जाता है। इस साल चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 5 अप्रैल 2025, शनिवार को और राम नवमी 6 अप्रैल 2025, रविवार को मनाई जाएगी।
कन्या पूजन के शुभ मुहूर्त
अभिजित मुहूर्त: 11:58 AM से 12:49 PM
चर - सामान्य: 07:40 AM से 09:15 AM
लाभ - उन्नति: 09:15 AM से 10:49 AM
अमृत - सर्वोत्तम: 10:49 AM से 12:24 PM
कन्या पूजन का महत्व और नियम
नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, लेकिन विशेष रूप से अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन करने से देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कन्या पूजन में 1 से 9 कन्याओं को आमंत्रित किया जाता है।
संख्या के अनुसार कन्या पूजन का फल
1 कन्या: ऐश्वर्य की प्राप्ति
2 कन्याएं: भोग-संपदा की प्राप्ति
3 कन्याएं: पुरुषार्थ की सिद्धि
4 कन्याएं: बुद्धि और विद्या की वृद्धि
5 कन्याएं: शक्ति की प्राप्ति
6 कन्याएं: सफलता की प्राप्ति
7 कन्याएं: परम पद की प्राप्ति
8 कन्याएं: अष्टलक्ष्मी की कृपा
9 कन्याएं: संपूर्ण ऐश्वर्य की प्राप्ति
किस उम्र की कन्याओं का पूजन करना चाहिए?
कन्या पूजन में 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को शामिल किया जाता है, क्योंकि हिंदू धर्म में हर उम्र की कन्या को मां दुर्गा का अलग-अलग स्वरूप माना गया है।
कन्या पूजन की विधि
1. कन्याओं को आमंत्रित करें और स्वच्छ आसन पर बैठाएं।
2. उनके पैर धोकर तिलक करें और अक्षत, फूल, रोली से पूजन करें।
3. उन्हें भोजन कराएं, जिसमें हलवा, चना और पूरी शामिल होती है।
4. दक्षिणा और उपहार देकर उन्हें सम्मानपूर्वक विदा करें।
कन्या पूजन करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार होता है। इस नवरात्रि, श्रद्धा और भक्ति भाव से कन्या पूजन करें और देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त करें।