बाबा केदारनाथ हुए ऊखीमठ प्रस्थान : 6 महीने ओंकारेश्वर मंदिर में देंगे भक्तों को दर्शन

  • Post By Admin on Oct 23 2025
बाबा केदारनाथ हुए ऊखीमठ प्रस्थान :  6 महीने ओंकारेश्वर मंदिर में देंगे भक्तों को दर्शन

नई दिल्ली : भाई दूज के शुभ अवसर पर बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधानपूर्वक बंद कर दिए गए। अब अगले छह महीनों तक बाबा केदार ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेंगे, जहां उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी।

बर्फबारी और मौसम की कठिन परिस्थितियों को देखते हुए हर वर्ष शीतकाल में केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद किए जाते हैं। बाबा केदार की पंचमुखी चलविग्रह डोली रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में पहुंचाई जाती है, जिसे भगवान शिव का शीतकालीन गद्दी स्थल कहा जाता है।

ओंकारेश्वर मंदिर का निर्माण और स्थापत्य कला केदारनाथ मंदिर से काफी मेल खाती है। यहां बाबा केदार की भव्य पूजा पूरे श्रद्धा भाव से होती है और सर्दियों के दौरान देशभर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए ऊखीमठ पहुंचते हैं। छह महीने बाद, ग्रीष्मकाल के आगमन पर शुभ मुहूर्त में डोली को फिर से केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया जाता है।

धार्मिक परंपरा के अनुसार, शीतकाल में केवल बाबा केदार ही नहीं, बल्कि चारों धामों के देवता अपने-अपने शीतकालीन निवास स्थानों पर विराजमान होते हैं। गंगोत्री की प्रतिमा मुखवा, यमुनोत्री की खरसाली, और बद्रीनाथ भगवान की प्रतिमा ज्योर्तिमठ व पांडुकेश्वर में स्थापित की जाती है।

कहा जाता है कि कपाट बंद होने के बाद भी केदारनाथ मंदिर में एक चमत्कारी दीपक निरंतर जलता रहता है, जिसकी लौ छह महीने तक बिना किसी व्यवस्था के जलती रहती है। यह दिव्य दीपक बाबा केदार की अनंत शक्ति और आस्था का प्रतीक माना जाता है।